Jamshedpur.
“कभी भारतीय चिकित्सा पद्धति का महत्वपूर्ण अंग रही स्पा थैरेपी का अब विदेशों में ज्यादा प्रयोग हो रहा है. वर्तमान जीवन शैली में इंसान एक मशीन की तरह कार्यरत है और ऐसे समय में वह अपने स्वास्थ्य से ही खिलवाड़ कर रहा है. इस परिस्थिति में भारत में भी थाईलैंड की तरह स्पा थैरेपी का उपयोग बढ़ते हुए यह एक बड़ा व्यापारिक रूप ले चुका है”
उक्त बातें AISMJWA के बिहार, झारखंड और बंगाल प्रभारी प्रीतम सिंह भाटिया ने आज जमशेदपुर के बाराद्वारी में “हर्बल हट” के बतौर मुख्य अतिथि सह उद्घाटनकर्ता के रूप में कहीं. भाटिया ने कहा कि आज जिस पद्धति को विदेशों में सबसे ज्यादा अपनाया जा रहा है. वास्तव में यह कभी हमारे भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण अंग रही है. वे बोले ‘स्पा’ का अर्थ है मिनरल्स से भरपूर पानी या भाप का स्नान जो कभी हमारे देश में राजा-महाराजाओं और साधुओं के स्नान का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है. उन्होने हर्बल हट को लौहनगरी के लिए वरदान बताया है और अपनी शुभकामनाओं के साथ कहा है कि मुझे उम्मीद है कि लोग इससे अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित व संरक्षित करने में उपयोग करेंगे.
उद्घाटन के दौरान बतौर सम्मानित अतिथि साईं मानव सेवा ट्रस्ट के संरक्षक और समाजसेवी पंकज तिवारी ने कहा कि आज मेट्रो सिटी में स्पा थैरेपी जगह-जगह बड़े पैमाने पर संचालित हो रही है और बच्चे, बूढे़, महिला और पुरुष सभी इस थैरेपी का लाभ ले रहें हैं. वे बोले कुछ लोग इस थैरेपी को लेने के लिए भारत से थाईलैंड तक जाते हैं. वे बोले विदेशों और देश के महानगरों में यह स्पा काफी महंगा होने के बावजूद लोगों में अपनी महत्वपूर्ण जगह बना चुका है.
हर्बल हट के संचालक केडी चौधरी ने बताया कि आज जिस तरीके से लोगों में इम्युन सिस्टम कमजोर हुआ है और मनुष्य के जीवन में तनाव बढा़ है ऐसे समय में यह थैरेपी एक वरदान से कम नहीं है. उन्होने बताया कि बहुत कम खर्च पर आप इस पद्धति को अपने जीवन में शामिल कर सकते हैं, जिसका आपके स्वास्थ्य पर एक बड़ा और सकारात्मक असर देखने को मिलेगा.
आज हर्बल हट के उद्घाटन के मौके पर मुख्य रूप से हरप्रीत सिंह, सतीश सिहं, धनबाद के डेकोरेटर राधे भट्टाचार्य,सुमित सिहं, नवनीत कुमार, रजनी कुमारी, प्रीति कुमारी, मिष्टी दास, साहिल तिवारी, पायल मुखर्जी, पूनम गुप्ता, शोमा मंडल, कविता मंडल, रीना सिहं, दिया मुखर्जी, जिनी हो सहित गणमान्य उपस्थित थे.
उद्घाटन के पश्चात सभी आगंतुक को साईभक्त प्रीतम भाटिया ने शिरडी से लाए साई बाबा का सिक्का देकर सम्मानित किया. वे बोले कल तक मैं बीमार था बाबा की कृपा से आज यहाँ आने लायक हो पाया हूँ इसलिए इस सिक्के को प्रसाद रूप में सभी को देने की ईच्छा हुई.