- देबू महतो ने बताया, केंद्र सरकार की हठधर्मिता के खिलाफ आदिवासी समाज करेगी एकजुटता दिखाने की तैयारी
फतेह लाइव, रिपोर्टर
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित जातिगत जनगणना के विरोध में समस्त झारखंड सहित छत्तीसगढ़, असम, पश्चिम बंगाल, बिहार एवं देश के अन्य हिस्सों में रहने वाले आदिवासी समुदाय की पुरानी मांग सरना धर्म कोड़ को लागू कराने के लिए जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है. झामुमो के वरिष्ठ नेता देबू महतो ने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा झारखंड से जुड़ने की बात कई बार कही गई, लेकिन आदिवासियों को उनके मूल अधिकार से वंचित रखा जा रहा है. हेमंत सरकार के कैबिनेट ने वर्षों पहले आदिवासियों के हित में अपनी मंशा जताई थी, परंतु केंद्र सरकार अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. झामुमो इस अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेगा और आदिवासी समाज की मांगों को पूरा कराने के लिए आंदोलन को तेज करेगा.
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झामुमो की एकजुटता और आदिवासी अधिकारों की लड़ाई
देबू महतो ने कहा कि कल जिला मुख्यालय पर हजारों झामुमो कार्यकर्ता पारंपरिक वेशभूषा और हरवे हथियारों से लैस होकर इस धरना प्रदर्शन में भाग लेंगे. वे केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में एकजुट होकर आदिवासी समाज के हितों के लिए अपनी आवाज बुलंद करेंगे. यह प्रदर्शन आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा और उनके विकास को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा. झामुमो की इस मुहिम से आदिवासी समुदाय में बड़ी उम्मीद जगी है कि उनकी मांगों को सरकार द्वारा गंभीरता से लिया जाएगा.