फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जनमुद्दों पर काम करने वाले प्रतिनिधि आजकल खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं, फिर चाहे वह पत्रकार ही क्यों ना हों. ऐसा ही एक बड़ा मामला प्रकाश में आया है. आरटीआई कार्यकर्ता संघ के केन्द्रीय महासचिव सह आजसू पार्टी के जिला सचिव कृतिवास मंडल एवं आरटीआई कार्यकर्ता संघ के केन्द्रीय उपाध्यक्ष सदन ठाकुर, सचिव सुनील कुमार प्रसाद के द्वारा वरीय पुलिस अधीक्षक पूर्वी सिंहभूम को शिकायत दर्ज करवाई गई.
शिकायत के अनुसार विगत 18 मई रविवार को रात के 10 बजकर 11 मिनट में मैं अपने घर पर था. उसी वक्त मेरे मोबाइल नंबर 8825287484 पर एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया, जिसका मोबाइल नंबर 07903056259 था.
आपका चिट्ठी पोटका ब्लांक में घूम रही है, बहुत इज्जत से बात कर रहे हैं इज्ज़त को समझ जाइए, नहीं तो अंजाम बुरा होगा.
मैंने पूछा कि आप कौन बोल रहे हैं और कहां से बोल रहे हैं तो कहा कि हम वहीं बोल रहे हैं जिसके खिलाफ आप आरटीआई मांगे हैं, फिर मैंने पूछा कि आप का शुभ नाम क्या है तो कहा कि मैं आपको बताना ज़रूरत नहीं समझता, तो मैंने कहा कि आप मुझे फिर इतनी रात को धमकी दे रहे हैं तो फोन को फिर फट से काट दिया गया.
मैं आरटीआई कार्यकर्ता संघ के केन्द्रीय महासचिव और आजसू पार्टी के जिला सचिव और अन्य समाजिक संगठन में रहकर जनमुद्दों को हमेशा उठाते रहता हूं और समाजिक और राजनीतिक कार्यक्रम के दौरान क्षेत्र में आना जाना भी करना पड़ता है और इस धमकी भरी फोन काल्स के द्वारा मुझे अपनी जिम्मेदारी से रोकने का प्रयास किया जा रहा है और कभी भी मेरी जान-माल की क्षति पहुंचाई जा सकती है.
मंडल ने वरीय पुलिस अधीक्षक पूर्वी सिंहभूम जमशेदपुर से अनुरोध किया है कि उपरोक्त मामले में अविलंब उच्चस्तरीय जांच कर फोन पर धमकी देने वाले पर कानूनी कार्रवाई करने का कष्ट किया जाय और मेरी जान माल की रक्षा करने हेतु मुझे सुरक्षा प्रदान किया जाय. पत्र की छायाप्रति गृह सचिव झारखण्ड सरकार, पुलिस महानिदेशक, उपायुक्त तथा थाना प्रभारी परसुडीह को भी दी गई है.