फतेह लाइव, रिपोर्टर.






































वैसे तो सभी को अपना खुशहाल जीवन जीने का अधिकार है और कोई व्यक्ति अपनी निजी जिंदगी में क्या कर रहा है इससे हमें लेना-देना देना है. फिर भी अगर सामाजिक भूमिका में अहम जिम्मेदारी निभाते नजर आते लोग ही गरिमा को ताक पर रखेंगे तो फिर खबर बनाना भी हमारी जिम्मेदारी बनती है. बस एक ऐसा वीडियो ही फतेह लाईव की टीम ने बनाया है. जहां पुलिस अपनी गरिमा को ताक पर रखकर मौज-मस्ती की तैयारी कर रही है.
हमें एक वीडियो हाथ लगा है, जिसमें एक ट्रैफिक सिपाही वर्दी पहने मुंह ढककर दोनों हाथों से बियर की तीन बोतलें लेकर सीढ़ियों से नीचे उतर रहा है. नीचे एक सिपाही वर्दी में ही मोटरसाइकिल पर उसका इंतजार कर रहा है. फिर बीयर ढोने वाला सिपाही पहले पीछे और फिर मोटरसाइकिल पर बैठते ही ऊपर भी देखे जा रहा है. वीडियो बिष्टुपुर के पटियाला बार का बताया जा रहा है, जो बीते शनिवार की शाम 5.36 बजे का है.
खैर जो भी हो दिनभर का तापमान और टाईट ड्यूटी के बीच सिपाहियों की कड़ी जिम्मेदारी ये याद कहां रखने दे रही है कि बार में जाते समय क्या करना है, वर्दी पहने जाएं या नहीं?
वीडियो में वाहन संख्या 4491 का नंबर प्लेट भी हिंदी में लिखा है, जो ज्यादातर याद रखना मुश्किल है. देखने से तो यह पल्सर बाइक लग रही है, लेकिन संख्या के ऊपर का नंबर भी क्लीयर नजर नहीं आ रहा है. सिपाही के हाथ में बर्थडे में फोड़ने वाला एक पटाखा है, जो प्रायः शादी पार्टी और केक कटिंग में इस्तेमाल होता है. यानि ये तो तय है कि ये लोग किसी पार्टी और मौज-मस्ती की तैयारी में निकले हुए थे.
बहरहाल, ये जवान ट्रैफिक के हैं जो ड्यूटी के नाम पर सुबह सूरज निकलते ही चौक चौराहों पर सजधज कर खड़े हो जाते हैं. ट्रैफिक नियमों के 36 से ज्यादा बहाने बनाकर लोगों से फाइन वसूलते हैं. क्या बच्चे क्या बुजुर्ग किसी को भी बख्शा नहीं जाता है और यही जवान नियमों की खुलेआम धज्जियाँ उड़ा रहे हैं. अब देखने वाली बात होगी की जिले के वरीय अधिकारी जो पुलिस की छवि को बनाने के लिए दिन रात एक कर रहे हैं और कई दावे करते हैं. वह इन जवानों पर क्या नकेल कंसते हैं.