फतेह लाइव, रिपोर्टर.
सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के उपाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय सनातन सिख सभा संयोजक अधिवक्ता कुलविंदर सिंह ने कहा कि चंडीगढ़ हवाई अड्डा में घटित सीआईएसएफ जवान कुलविंदर कौर दुर्भाग्यपूर्ण मामले में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसद कंगना राणावत को जवाब दे दिया है. उन्होंने मंत्रिमंडल में हरदीप सिंह पुरी को कैबिनेट एवं रवनीत सिंह बिट्टू को राज्य मंत्री बनाकर कंगना को यह जता दिया है कि सिखों के प्रति देश, सरकार एवं भाजपा का नजरिया कैसा है. जिस भाजपा सांसद को यह नहीं मालूम कि देश 1947 अथवा कब आजाद हुआ उससे और क्या उम्मीद की जा सकती है. उस दुखद प्रकरण को लेकर पूरे पंजाब पर सवाल खड़े कर वह देश के समुदाय विशेष के दिलोदिमाग में फिल्मी हीरोइन की तरह छा जाना चाहती थी परंतु उसके गुब्बारे की हवा रवनीत बिट्टू को राज्य मंत्री बनाकर प्रधानमंत्री ने निकाल दी है.
इसे भी पढ़ें : Jamshedpur : जेईई एडवांस में शहर व आसपास क्षेत्र के 150 छात्र हुए सफल
बीजेपी को हिमाचल में सबसे ज्यादा वोट मिले
जिस किसान आंदोलन में शामिल होने वाली महिलाओं पर उन्होंने टिप्पणी की थी कि एक- एक सौ रुपए में धरना में शामिल होती है, इस किसान आंदोलन में जंतर मंतर में लंबे समय तक धरना पर बैठने वाले उस समय के कांग्रेसी सांसद और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पौत्र सरदार रवनीत सिंह बिट्टू मंत्रिमंडल में शामिल किए गए हैं. आतंकवाद के खिलाफ पंजाब में चली लंबी लड़ाई का दुखद परिणाम राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के परिवार ने झेला है. कंगना राणावत को बिना सोचे समझे बोलकर सुर्खियों में रहने की आदत है. पंजाब के लोकसभा चुनाव के परिणाम का वह अध्ययन कर ले तो उसे पता चल जाएगा कि हिमाचल प्रदेश की पांचों लोकसभा सीट जीतने वाले बीजेपी को हिमाचल प्रदेश से ज्यादा पंजाब में वोट मिले हैं.
इसे भी पढ़ें : Mumbai : मोदी की तीसरी पारी शुरू सेंसेक्स 77 हजार के पार पहुंचा
अनाप-शनाप बयान से बचें कंगना
वहीं अधिवक्ता कुलविंदर सिंह ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा से आग्रह किया है कि वे खुद हिमाचल प्रदेश से हैं और ऐसे में उनका यह फर्ज बनता है कि सांसद कंगना राणावत के मुंह पर लगाम लगाएं. अब कंगना को भी समझना चाहिए कि वह फिल्म अभिनेत्री नहीं है कि सुर्खियों में रहने के लिए कुछ भी अनाप-शनाप बयान दिया जाए. जिम्मेदार सांसद एवं नागरिक की भांति सार्वजनिक जगहों पर आदर्श स्थापित करना चाहिए और विशेष अधिकार के उपयोग करते हुए किसी भी सरकारी या निजी कर्मचारियों के धर्म जाति पहचान को लेकर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. वहीं उन्होंने उम्मीद जताई है कि हरदीप सिंह पुरी और रवनीत बिट्टू लोगों का दिल एवं भरोसा जीत कर अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित करेंगे.