सांप और कुत्ते के काटने पर क्या बरतें सावधानी, दी जानकारी

फतेह लाइव, रिपोर्टर.

टाटानगर रेल सिविल डिफेंस द्वारा लोको पायलट ट्रेनिंग सेंटर के प्रशिक्षणार्थियों को आपातकालीन स्थितियों में प्राथमिक उपचार के साथ-साथ फायर सेफ्टी का प्रशिक्षण दिया गया। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से सर्पदंश और कुत्ते के काटने के दौरान आवश्यक प्राथमिक चिकित्सा की विधियां बताई गईं।

सिविल डिफेंस इंस्पेक्टर संतोष कुमार ने प्रशिक्षण के दौरान बताया कि विश्व में सांपों की 3000 प्रजातियां हैं, जिनमें से भारत में 275 प्रजातियां पाई जाती हैं। इनमें से केवल 15 प्रतिशत सांप विषैले होते हैं, और ये आमतौर पर दो ही परिस्थितियों में काटते हैं खाने के दौरान या खतरा महसूस होने पर।

संतोष कुमार ने बताया कि ज्यादातर लोग डर, अज्ञानता, और ओझा-गुणी पर भरोसा करने के कारण अपनी जान गंवा देते हैं। उन्होंने विषहीन और विषैले सांप के दंश की पहचान करने की जानकारी भी साझा की।

प्रशिक्षण में यह भी बताया गया कि रैबीज से संक्रमित कुत्तों में काटने की प्रवृत्ति अधिक हो जाती है। कुत्ते अपनी क्षेत्रीय रक्षा या जान को खतरा महसूस करने पर हमला करते हैं।

ऐसे मामलों में तुरंत प्राथमिक उपचार करना जरूरी होता है। सिविल डिफेंस डेमोंस्ट्रेटर अनिल कुमार सिंह और शंकर कुमार प्रसाद ने लोकोमोटिव में रखे सीओ2 और ड्राई केमिकल पाउडर फायर एक्सटिंग्विशर के सही उपयोग और सावधानियों का मॉक ड्रिल कर प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षित किया। महिला डेमोंस्ट्रेटर अनामिका मंडल ने चोट लगने की स्थिति में सही तरीके से पट्टी बांधने की विभिन्न विधियों का प्रदर्शन किया।

Share.
© 2025 (ਫਤਿਹ ਲਾਈਵ) FatehLive.com. Designed by Forever Infotech.
Exit mobile version