फतेह लाइव, रिपोर्टर.
संस्था कौमी सिख मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता कुलबिंदर सिंह ने अकाली दल अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री पंजाब सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब के पांच सिंह साहिबान द्वारा की गई कार्रवाई को पंथिक मर्यादा के खिलाफ बताया है। अधिवक्ता के अनुसार उनका यह फैसला सिखों के शीर्ष तख्त ( धार्मिक पीठ) के अधिकार का हनन एवं चुनौती है जिसे कोई भी सच्चा सिख स्वीकार नहीं करेगा।
कुलबिंदर सिंह ने तख्त प्रबंधन कमेटी के प्रधान सरदार जगजोत सिंह सोही एवं महासचिव सरदार इंद्रजीत सिंह से आग्रह किया है कि वह श्री अकाल तख्त साहिब के फैसले को चुनौती देने वाले सिंह साहिबान के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई धार्मिक परम्परा अनुसार कर नजीर पेश करें। कुलविंदर सिंह ने कमेटी से यह भी आग्रह किया है कि इन्हें पंथ के इतिहास, परंपरा, मर्यादा की सही जानकारी देने के लिए अतिरिक्त शिक्षा देने की जरूरत है।
गौरवशाली इतिहास का हवाला देते हुए अधिवक्ता ने कहा कि छठे गुरु हरगोविंद जी महाराज ने तख्त सजाया और वहां से मुगलों के खिलाफ आदेश देते रहे, वहीं से प्राप्त आदेश के अनुसार सिखों ने मुगल, अफगान, अब्दाली, अंग्रेज के खिलाफ लड़ाई लड़ी और शहादत देकर मर्यादा की रक्षा की। महाराजा रणजीत सिंह को भी मर्यादा भंग के दोष पर कोड़े खाने पड़े थे, लेकिन शान सम्मान के खिलाफ चूं तक नहीं किया था। और ये सिंह साहिबान पटना में बैठकर पूरे सिख जगत में गलत संदेश दे रहे हैं। वास्तव में सिखों को उनके मुंह भी नहीं लगना चाहिए। गुरु की लाडली फौज इनके अक्ल को ठिकाने लगाए, इससे पहले ही इन्हें अपनी गलती सुधार लेनी चाहिए।