कुलदीप बोले बारीडीह कमिटी कुलविन्दर के ख़िलाफ करेगी कार्यवाई, कुलविंदर ने भी दिया झटका
फतेह लाइव, रिपोर्टर।
सरदार शैलेन्द्र सिंह को लेकर एक बार फिर सिख समाज में बहस छिड़ गई है. शुक्रवार को सीजीपीसी कार्यालय में हुए घटनाक्रम के बाद बारिडीह गुरुद्वारा के पदधारी आमने-सामने हो गए हैं. बारीडीह गुरुद्वारा कमेटी के कार्यवाहक प्रधान ज्ञानी कुलदीप सिंह ने कुलविंदर के विरुद्ध कार्यवाई करने की बात कही है। शुक्रवार बयान जारी करते हुए ज्ञानी कुलदीप सिंह ने सोनारी गुरुद्वारा के प्रधान तारा सिंह एवं कुलविंदर सिंह द्वारा सेंट्रल कमेटी के प्रधान भगवान सिंह पर झूठा आरोप लगाने का खंडन करते हुए कहा कि कुछ दिनों से कुलविंदर सिंह आए दिन समाचार पत्रों में समाज से संबंधित विवादित बयान देकर समाज को बदनाम करते रहते हैं। जिससे बारीडीह की संगत भी बहुत परेशान हो चुकी है और शर्मिंदगी महसूस करती है। शुक्रवार को सेंट्रल गुरुद्वारा कमेटी की अति आवश्यक अच्छी भली चल रही बैठक में कुलविंदर सिंह द्वारा बेतुकी बात कहने पर उन्होंने ही कुलविंदर सिंह को मीटिंग से बाहर निकाला। कुलविंदर की इस हरकत के लिए जल्द ही बारीडीह गुरुद्वारा कमेटी उनपर कार्रवाई करेगी।
मेरे बाद संदीप सोनू को प्रधानगी का हक
इधर, बारीडीह गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान कुलविंदर सिंह ने कहा कि ज्ञानी कुलदीप सिंह मेरा छोटा भाई है उसे किसी प्रकार का मतभेद नहीं है।
जब कोई ज्ञानी कुलदीप सिंह के साथ नहीं था उसके भाई ने भी उसका विरोध किया था तब मैंने अपने कमेटी में रखा था।
वास्तव में कुलदीप सिंह को सरदार शैलेंद्र सिंह चढ़ा रहे हैं अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहते हैं।
सरदार शैलेंद्र सिंह ने गलत किया । उसने श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश का उल्लंघन किया और नंगे सिर वाले हिदायत खान को गुरु नानक देव जी का फोटो दिया। गलत का विरोध करना हर सिख का फर्ज है।
यह वही शैलेन्द्र सिंह है जो मनजीत सिंह गिल के साथ मिलकर उसके भाई सुरजीत सिंह खुशीपुर का विरोध कर रहा था।
मेरा विरोध वह करे, जो साबूत सूरत दस्तार सजाता है। मांस मछली अंडा का सेवन नहीं करता है और जो अमृत धारी सिख है।
मैं तो प्रधान भी नहीं बनना चाहता था अपने स्वार्थ में इन लोगों ने मुझे प्रधान बनाया और उसे समय यह तय हुआ था कि यदि मैं पद छोड़ू तो मेरे बाद संदीप सिंह सोनू प्रधानगी करेगा।
अमरजीत सिंह भामरा एवं सुरजीत सिंह के बीच समझौता हुआ था कि कुलविंदर सिंह प्रधान रहेगा और उसके साथ संदीप सिंह सोनू कार्यकारी अध्यक्ष रहेगा राजेंद्र सिंह तरसिक्क वरीय उपाध्यक्ष रहेंगे और पुराने महासचिव सुखविंदर सिंह पद पर बने रहेंगे क्योंकि सारा लेखा-जोखा एवं पैसा का हिसाब किताब उनके पास है।