फतेह लाइव, रिपोर्टर.
पंजाब के मशहूर गायक राजवीर जवंदा विगत 27 सितंबर को हिमाचल के पिंजौर में सड़क दुर्घटना में बुरी तरह घायल हो गए थे, जिसमें उनके सर पर गहरी चोट लगी. साथ ही कमर में चोट सहित शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था. 12 दिन तक वह मौत से लड़ते रहे, किंतु आज वो जिंदगी की जंग हार गए.

जैसा कि ज्ञात है उनके घायल होने के वक्त से ही पंजाबी गायक, कलाकार एवं देश विदेश से उनके चाहने वाले उनके स्वस्थ लाभ की अरदास कर रहे थे. आज उनकी मृत्यु की खबर से सिर्फ पंजाब ही नहीं देश विदेश में रहने वाले उनके समर्थकों में दुःख छा गया है.
शहर के सिख नौजवानों ने सर्वप्रथम साकची गुरुद्वारा में गुरु घर के ग्रंथि जत्थेदार जरनैल सिंह द्वारा उनकी आत्मा के गुरु चरणों में स्थान के लिए अरदास की गई. उपरांत साकची गुरुद्वारा स्कूल के प्रांगण में उनकी तस्वीर पर श्रद्धा के फूल अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
श्रद्धांजलि सभा में युवा सिख नेता सतबीर सिंह सोमू और आग़ाज़ के संस्थापक अध्यक्ष इंदरजीत सिंह ने संयुक्त रूप से कहा की राजबीर जवंंदा सिर्फ एक प्रसिद्ध गायक ही नहीं, एक अच्छे इंसान भी थे. उन्होंने किसान आंदोलन सहित, पंजाब में आई बाढ़ में भी पीड़ितों के लिए सहयोग किया था. उनकी कमी कभी पूरी नहीं की जा सकती.
सिख नौजवान सभा के पूर्व प्रधान सतिंदर सिंह रोमी, गुरविंदर सिंह बंटी, जगजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह प्रिंस, सतपाल सिंह प्रिंस, यशराज सिंह, गुरजीत सिंह, गुरकरण सिंह, मनमीत सिंह, अवतार सिंह, ध्रुवपाल सिंह, त्रिलोक सिंह आदि उपस्थित रहे.


