विधायक के रूप में सरयू राय की प्राथमिकता विकास कार्यों से अधिक विवाद खड़ा करने की है, काम करने के बजाय बने-बनाये स्थानों को बर्बाद करना उनका मकसद: चंद्रगुप्त सिंह
फतेह लाइव, रिपोर्टर।
जमशेदपुर के सिदगोड़ा स्थित सूर्य मंदिर परिसर के पवित्र छठ घाट तालाब में स्विमिंग पूल और आध्यात्मिक स्थल शंख मैदान में बास्केटबॉल, वॉलीबॉल एवं कबड्डी कोर्ट निर्माण कार्य के विरोध में सूर्य मंदिर समिति के संग हजारों धर्मप्रेमी जनता सड़क पर उतर आई है। सूर्य मंदिर परिसर में जमशेदपुर पुर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय के द्वारा छठ घाट तालाब में प्रस्तावित स्विमिंग पूल और शंख मैदान में बास्केटबॉल कोर्ट और वॉलीवाल कोर्ट निर्माण कार्य की निंदा शहर के सभी क्षेत्रों में सुनाई दे रही है। मंदिर परिसर में विकास योजनाओं के नाम पर सूर्य मंदिर के सौंदर्य को नष्ट करने की साजिश के विरोध में सूर्य मंदिर समिति के तत्वावधान में सोमवार को जिला उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया गया। साकची स्थित नेताजी सुभाष मैदान (आम बागान) से प्रारंभ हुए प्रदर्शन में लौहनगरी के धर्मरक्षक युवा एवं हजारों की संख्या में माताएं-बहनें और साधु-संत शामिल हुए। इस दौरान मंदिर समिति के संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह, अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह के संग तमाम पदाधिकारी, सदस्यगण एवं सनातन प्रेमियों ने नेताजी सुभाष मैदान से उपायुक्त कार्यालय तक पैदल मार्च कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। पदयात्रा में सबसे आगे धर्मगुरु साधु-संत एवं सूर्य मंदिर के पुजारीगण हाथों में विशाल केसरिया ध्वज लेकर पदयात्रा का नेतृत्व कर रहे थे।
उनके पीछे मंदिर समिति के पदाधिकारी एवं उनके साथ मातृशक्ति के रूप में शामिल माताएं-बहनें एवं इनके ठीक पीछे हजारों युवा एवं धर्मप्रेमी जनता साथ चल रही थी। लोग हाथों में केसरिया ध्वज एवं तख्ती लेकर चल रहे थे। पदयात्रा में शामिल लोगों में छठ घाट पर स्विमिंग पूल और शंख मैदान में वॉलीबॉल कोर्ट निर्माण कार्य के प्रति काफी आक्रोश देखा गया। इस दौरान जय श्री राम, धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो और हर-हर महादेव के ओजस्वी नारों से पूरा साकची क्षेत्र गुंजायमान रहा। वहीं, पदयात्रा में शामिल लोगों ने विधायक सरयू राय के धर्मविरोधी मानसिकता और आचरण के खिलाफ नारे लगाकर विरोध दर्ज किया।
जिला उपायुक्त को मुख्यमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन में बताया गया कि जमशेदपुर के प्रसिद्ध आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक स्थल सूर्यधाम परिसर को क्रीड़ा स्थल में तब्दील करने की गहरी साजिश की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने विधायक निधि से सूर्यधाम के छठ घाट तालाब में स्विमिंग पुल और परिसर के शंख मैदान में बास्केटबॉल कोर्ट और कबड्डी कोर्ट बनाने की अनुशंसा की है। ऐसा करना एक धार्मिक स्थल के मूल स्वरूप से छेड़छाड़ करना है। इससे नगर के समस्त हिन्दू समाज को गहरा आघात लगा है एवं उनकी धार्मिक आस्था को पीड़ा पहुंची है। ज्ञापन में समाज के व्यापक हित में सूर्यधाम परिसर को क्रीड़ा स्थल बनाने की विधायक की अनुशंसा पर तुरंत रोक लगाए जाने की मांग की गई।
11 सदस्यीय धर्मगुरुओं ने पदयात्रा का किया नेतृत्व: धर्मगुरु रबीन्द्र पाठक, ओमप्रकाश मिश्रा एवं सतीश पाठक के नेतृत्व में ग्यारह सदस्यीय धर्मगुरुओं ने हाथों में केसरिया ध्वज लेकर पदयात्रा का नेतृत्व किया।
उपायुक्त कार्यालय पर मीडिया को संबोधित करते हुए सूर्य मंदिर समिति के संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह ने विधायक सरयू राय के कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि विधायक सरयू राय अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं। विधायक बनने के 4 साल बाद वे कौन सा कार्य किए हैं उसे जनता को बताएं। एक विधायक के रूप में उनकी कार्यशैली और रुचि विकास कार्यों को लेकर कभी नहीं दिखती है। कहा कि बार-बार लगातार सूर्य मंदिर के कार्यों में बाधा उतपन्न करने का कार्य उनके द्वारा किया जा रहा है। मंदिर परिसर में विकास योजनाओं के नाम पर बने-बनाये स्थान को बिगाड़ना उनका प्रमुख उद्देश्य है। चंद्रगुप्त सिंह ने कहा कि शहर में कई स्थान बिना किसी उपयोग के खाली पड़े है लेकिन विधायक सरयू राय को काम नहीं बल्कि विवाद खड़ा कर सुंदर स्थलों को बर्बाद करना है।
1988 से वे स्वयं इस जगह को देख रहे हैं, और सूर्य मंदिर के भव्य स्वरूप के सहयोगी और साक्षी रहे हैं। परंतु विधायक सरयू राय तथ्यहीन और मनगढ़ंत बातों से जनता को दिग्भ्रमित कर रहे हैं। श्री सिंह ने कहा कि इतने सुंदर और स्वच्छ स्थान पर बने छठ घाट में स्विमिंग पूल और शंख मैदान में वॉलीबॉल, बास्केटबॉल कबड्डी कोर्ट के निर्माण कार्यों से विधायक सरयू राय अनावश्यक विवाद खड़ा कर अपने नाकामियों को छिपाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सरयू राय को अपने पिछले चार साल की उपलब्धियों और कार्यों को जनता को बताना चाहिए। इतने लंबे समय में जनता के लिए उन्होंने कौन से अच्छे कार्य किये हैं।
वहीं, सूर्य मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सर्वविदित है कि सूर्यधाम में भगवान सूर्य के भव्य और दिव्य मंदिर के साथ आकर्षक नवग्रह स्थापित है। यहां वर्ष 2003 में जमशेदपुर पूर्व के तत्कालीन विधायक रघुवर दास ने जनसहयोग से सूर्य मंदिर की स्थापना की थी। इसके बाद उन्होंने जन आकांक्षाओं के अनुरूप अपने विधायक निधि से मंदिर के सामने क्रमशः दो छठ तालाब निर्माण करवाया। छठ तालाब का उद्घाटन झारखंड का प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने किया था। सूर्यधाम छठ तालाब में शुद्ध और स्वच्छ जल होने की वजह से छठव्रतियों का झुकाव सूर्यधाम तालाब की ओर बढ़ता गया। मंदिर समिति की ओर से प्रत्येक वर्ष छठ के संध्या अर्घ्य के बाद सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाता है। परंतु निर्दलीय विधायक सरयू राय के द्वारा सूर्य मंदिर के सौंदर्य को नष्ट करने और लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का प्रयास बार-बार किया जाता है। कहा कि उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर शहर की धर्मप्रेमी नागरिकों को विधायक सरयू राय की धर्मविरोधी मानसिकता से अवगत कराया गया।
प्रदर्शन के दौरान सूर्य मंदिर समिति के संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह, अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, महासचिव अखिलेश चौधरी, पूर्व अध्यक्ष संजीव सिंह, अमरजीत सिंह राजा, शैलेश गुप्ता, शशिकांत सिंह, प्रेम झा, कृष्णमोहन सिंह, बंटी अग्रवाल, कंचन दत्ता, प्रमोद मिश्रा, मिथिलेश सिंह यादव, रामबाबु तिवारी, दिनेश कुमार, गुंजन यादव, पवन अग्रवाल, टुनटुन सिंह, सुशांत पांडा, कुलवंत सिंह बंटी, राकेश सिंह, बोलटू सरकार, कमलेश सिंह, अमित अग्रवाल, धर्मेंद्र प्रसाद, संतोष ठाकुर, दीपक झा, अजय सिंह, बबलू गोप, ध्रुव मिश्रा, बिनोद राय, प्रशांत पोद्दार, संदीप शर्मा बौबी, हेमेंद्र जैन हन्नु, नारायण पोद्दार, कौस्तव रॉय, धीरज पासवान, अभिमन्यु सिंह चौहान, बिमल बैठा, कमलेश यादव, कुमार अभिषेक, मॉन्टी अग्रवाल, मृत्यंजय यादव, रमेश नाग, संतोष कुमार, अशोक सामंत, अर्जुन सिंह, मिथिलेश साव, कुमार संदेश, सुशील पांडेय, इकबाल सिंह, सन्नी संघी, उमेश साव, रविजेंट सिंह, अमित सिंह, बिमला साहू, मीना देवी, मधु तांती, उर्मिला दास, शीलू साहू, सुधा यादव, संजना साहू, सुनीता देवी, सरस्वती साहू, मधुमाला, रीना तिवारी, ममता सिंह, लकी कौर, कर्पूरा शुंडी, काजू शांडिल, अमिश अग्रवाल, रंजीत सिंह, दीपक नाग, जसवंत सिंह, नरेंद्र सिंह, भरत बेहरा, लक्ष्मण बेहरा, सतीश कुमार, महावीर सिंह समेत हजारों धर्मप्रेमी शामिल रहे।
“पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा प्रायोजित सूर्य मंदिर समिति का उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन पुरी तरह से विफल साबित हुआ. जमशेदपुर की धर्म प्रेमी जनता ने रघुवर दास और उनके समर्थकों के पाखंड को पुरी तरह से नकार दिया”
इधर, भाजमो जमशेदपुर महानगर जिला महामंत्री मनोज सिंह उज्जैन एवं युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष अमित शर्मा ने संयुक्त प्रेस वक्तव्य जारी कर कहा की पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के द्वारा प्रायोजित सूर्य मंदिर समिति का आज का उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन पुरी तरह से विफल साबित हुआ. भाजमो नेताओं ने कहा की रघुवरवादी धंधेबाजों की गलत मनसा को जमशेदपुर पूर्वी की जनता भलीभांति समझ चुकी है. सिदगोड़ा सूर्य मंदिर आस्था का परित्र केंद्र है. किंतु रघुवर दास समर्थित धंधेबाजो का एक समुह इस पवित्र स्थल पर अवैध कब्जा कर स्थल से सटे 4-5 एकड़ सरकारी भूमी को व्यापारीक गतिविधियों के लिए में गैर-कानूनी ढ़ंग से इस्तेमाल करना चाहते है.
सूर्य मंदिर की बाउंड्रीवाल के बाहर पुरे परिसर को विकसीत करने की असीम संभावनाएं है. परिसर में छोटे स्वीमिंग पुल का उद्घाटन कुछ दिन पूर्व हो चुका है. उसी स्थान के निकट एक और हाल्फ साईज के स्वीमिंग पुल निर्माण की योजना है. छठ तालाब पर स्वीमिंग पुल निर्माण की बात कहकर फर्जी समिति के लोग जनता को बरगलाने का कार्य कर रहे है. शंख मैदान में पवित्र शंख का दिनोंदिन अनादर हो रहा है. जूते-चप्पल पहने लोग इसपर चढ़ रहे है. उसको व्यवस्थित कर चबूतरे के उपर स्थापित करने की योजना है जिसपर रघुवरवादी धंधेबाज बौखलाए हुए है.
इनको यह चिंता सता रही है की परिसर में विभिन्न स्थानों में यदि खेल-कुद का केंद्र बनता है और सरकार इसका नियमित संचालन करती है तो परिसर पर से इनका अवैध स्वामित्व समाप्त हो जाएगा. बरसो से धन अर्जित करने का जो गलत माध्यम इन्होनें अख्तियार किया हुआ था उसे बंद होता देख यह समुह हतोत्साहित हो चुका है.
नेताद्वय ने कहा की यह सब विकास विरोधी मनोवृति के लोग है जिन्होने पुरे मंदिर परिसर को अपनी पारिवारिक संपत्ति समझ लिया है और धर्म-आस्था का सहारा लेकर ये लोग शहर में उन्माद फैलाने का कार्य कर रहे है. आज जमशेदपुर की धर्म प्रेमी जनता ने इनके इस झुठे प्रदर्शन को सिरे से नाकार दिया है. जनता की धार्मिक भावनाओं को भड़काने के लिए जीस प्रकार इन्होनें अपने निहित स्वार्थ के लिए आस्था के साथ जोड़कर राजनितिक षडयंत्र रचा है उसका करारा जवाब इन्हें मिलेगा. आगामी 6 सितंबर बुधवार को इनके कुकृत्य के खिलाफ पूर्वी के सभी मंडलों में पुतला दहन किया जाएगा.