सीजीपीसी को भी चेतावनी, 10 नंबर के लोग आए तो बर्नपुर, कोलकाता सब जगह की आएगी संगत






































बारीडीह गुरुद्वारा में सोखी गुट के एकजुट होने की सूचना पर कुलदीप बुग्गे समर्थकों के साथ डटे, गुरुद्वारा पर किया कब्जा
सीजीपीसी की ओर से बुलाई गई आमसभा का विरोध करने की है तैयारी, सीजीपीसी प्रधान पर लगाया आरोप
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर के बारीडीह गुरुद्वारा कमेटी में चल रहा विवाद शनिवार को एक बड़ा आइटम बम बन के फूट सकता है. अगर, ऐसा हुआ तो एक बार फिर सिख समाज पर सबकी नजरें बन जाएगी और उसके लिए आम संगत का सिर शर्म से झुका होगा. शुक्रवार को इसका एक नमूना देखने को मिला, जब बारीडीह गुरुद्वारा के एक गुट अवतार सिंह सोखी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई. उसकी जानकारी जब कुलदीप सिंह बुग्गे गुट को मिली तो वह समर्थकों के साथ बारीडीह गुरुद्वारा में डट गए. बुग्गे गुट का कहना था कि सोखी गुट यहां कोई कार्यक्रम नहीं कर सकता.
हालांकि सोखी गुट ने उससे पहले ही अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस को रद्द करने की घोषणा कर दी थी. बुग्गे समर्थकों का सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और उससे भी ज्यादा टिनप्लेट के प्रधान सुरजीत सिंह खुशीपुर के प्रति आक्रोश देखा गया.
10 नंबर इलाके की संगत पहुंची तो होगा विरोध : बुग्गे
संगत द्वारा प्रधान घोषित किये गए कुलदीप सिंह बुग्गे ने कहा कि सीजीपीसी ने शनिवार को जो बैठक बुलाई गई है उसमें अगर 10 नंबर इलाके की संगत आई तो उनका पूरजोर विरोध यहां की संगत करेगी. उन्होंने कहा कि कल हमारा प्रतिनिधिमंडल सीजीपीसी जायेगा और इसकी गुजारिश करेगा. साथ ही सीजीपीसी की ओर से भी दो या तीन प्रतिनिधि को आमसभा में आने की बात कही जाएगी. उससे अधिक कोई भी आता है तो सीजीपीसी का बाईकाट करेंगे. बुग्गे ने प्रधान भगवान सिंह पर आरोप लगाया कि वह सुरजीत खुशीपुर का समर्थन कर रहे हैं. आखिर क्या वजह है कि वह यहां दिलचस्पी ले रहे हैं. इसके अलावा टुईलाडूंगरी, किताडीह, बिष्टुपुर, सीतारामडेरा, नामदाबस्ती में भी तो विवाद है. वहां क्यों नहीं जल्दबाजी कर विवाद निपटाया जा रहा.
तो सीजीपीसी का करेंगे बॉयकाट : रिंकू
वहीं हरजिन्दर सिंह रिंकू ने कहा कि गत 14 को यहां आमसभा हो चुकी है. अब इसका कोई औचित्य नहीं है. चूंकि सीजीपीसी समाज की मुखिया है तो वह इसको मानेंगे, लेकिन सुरजीत खुशीपुर या उनके परिवार के लोग और दस नंबर बस्ती की संगत यहां आती है तो उनकी एंट्री नहीं होने दी जाएगी. उनका जोरदार विरोध किया जायेगा.
सीजीपीसी प्रधान सुरजीत का समर्थन कर रहे हैं. उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए. अगर कोई भी बाहरी लोग आएंगे तो बर्नपुर, कोलकाता से यहां संगत आएगी. तब किसी तरह की विधी व्यवस्था की समस्या बनी तो उसकी जवाबदेही सीजीपीसी की होगी.
ये थे उपस्थित
बारीडीह गुरुद्वारा में बुग्गे के साथ निर्मल सिंह, राजेंद्र सिंह तरसिका, हरजिन्दर सिंह रिंकू, कुलदीप सिंह, सतनाम सिंह मेहरा, बंटी सिंह, सुखविंदर सिंह, राम सिंह, अमृत सिंह, गुरदयाल सिंह, बलविंदर सिंह, बलजिन्दर सिंह गुरदासपुरिया, हरजिन्दर सिंह आदि उपस्थित थे.
महत्वकांक्षी लोग संविधान का उड़ा रहे मजाक : भगवान
दूसरी ओर सीजीपीसी प्रधान भगवान सिंह ने संगत को आमसभा में शामिल होने की अपील की है. भगवान सिंह ने पांच-सदस्यीय कमिटी के सदस्य के हैसियत से अन्य सदस्य अमरजीत सिंह, गुरचरण सिंह बिल्ला, सुखविंदर सिंह राजू और सुरजीत सिंह (मनीफिट) ने बारीडीह की समूह साध संगत से कर बद्ध अपील की है कि बड़ी संख्या में संगत आम सभा बैठक में उपस्थित होकर इस विषय पर विचार साझा करे ताकि गुरुद्वारा साहिब के आगे का प्रबंधन का कार्य सुचारु रूप से चलाया जा सके। संगत से अपील की गयी है कि जो परिवार बारीडीह गुरुद्वारा में मासिक चंदा देते हैं वे सभी अवश्य पहुंचने की कृपा करें।
सरदार भगवान सिंह का कहना है कि विगत कुछ दिनों से अति महत्वकांक्षी व्यक्तियों द्वारा सविंधान और प्रक्रिया को दर किनार रख कुछ समर्थकों संग अपने आप को प्रधान घोषित करवा देने की प्रथा चला रहें हैं। इस प्रथा पर अंकुश लगाना अत्यंत आवश्यक हो गया है, इसलिए यह फैसला बारीडीह की संगत पर छोड़ा जा रहा है। संगत का फैसला ही सर्वोपरि होगा।
अमरजीत सिंह और गुरचरण सिंह बिल्ला ने कहा है कि, बढ़ते विवाद की गंभीरता को को ध्यान में रखते हुए सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (सीजीपीसी) के प्रधान भगवान सिंह ने 22 जून को शाम 4:00 बजे आम सभा बुलाकर संगत को वस्तु स्थिति से अवगत कराते हुए अगली कार्रवाई करने के लिए राय मशविरा करेंगे और संविधान एवं प्रक्रिया के अनुसार प्रधान पद का चुनाव संपन्न करवाएंगे.
ये है विवाद
यहां प्रधान कुलविंदर सिंह को हटाकर सीजीपीसी ने अपने अधीन गुरुद्वारा कर लिया. एक कमेटी बनाई गई. इसी बीच अवतार सिंह सोखी और सुरजीत खुशीपुर के भाई ने खुद स्वयं को प्रधान बता दिया. सुरजीत खुशीपुर ने यहां बारीडीह इलाके के तीन क्षेत्र अर्जुन सिंह बगान आदि को वोटर लिस्ट से काट दिया. तब कुलविंदर सिंह ने आमसभा में 10 नंबर बस्ती का इलाका काट दिया. अब कुलविंदर कागजी लड़ाई लड़ रहे हैं. इसी बीच बुग्गे भी संगत को लेकर पूर्व के लोगों की तरह प्रधान बन गए. यह सब कुछ इतनी जल्दी हुआ कि संगत कुछ समझ ही नहीं सकी. अब सुरजीत का विरोध वहां की संगत कर रही है. उन पर कई गंभीर आरोप लग रहे हैं.