जमशेदपुर.
संताली भाषा को झारखंड राज्य के प्रथम राज्य भाषा का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर आदिवासी सेंगल अभियान के बैनर तले सोमवार को उपायुक्त कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया. इस दौरान एक 10 सूत्री मांग उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को सौंपा गया.
आंदोलन कर रहे सदस्यों ने कहा कि अनुच्छेद 343 के तहत अब तक संताली भाषा को प्रथम राज्य भाषा का दर्जा नहीं देने, जेएमएम के विधायकों व सांसदों द्वारा ओल चिकिलिपि का विरोध करने, मरांग बुरु को जैन के अधीन करने, सरना धर्म कोड की जगह सरना आदिवासी धर्म कोड बिल्कुल राज्यपाल के पास पास कराने के लिए भेजना और लोगों को गुमराह करते हुए उनके बीच लड्डू बांटना जैसे 10 मुद्दो पर आदिवासी सेंगल अभियान ने अपना विरोध दर्ज करते हुए पूर्वी सिंहभूम जिला उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया गया. साथ ही 10 सूत्री मांग पत्र राज्यपाल के माध्यम से उपायुक्त को सौंपा और मांगे पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई है.