तिलक होली के साथ जामताड़ा में AISMJWA का चुनाव संपन्न
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जामताड़ा में आज ऑल इंडिया स्मॉल एंड मीडियम जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में जामताड़ा परिसदन मे जिला कमेटी का चुनाव संपन्न हो गया.
एआइएसएमजेडब्ल्यूए के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर जामताड़ा जिला कमेटी का पुनर्गठन को लेकर पत्रकारों के बीच दुमका से पहुंचे चुनाव प्रभारी सह प्रदेश प्रवक्ता दशरथ महतो और प्रदेश महासचिव शिरोमणि यादव द्वारा बैठक कर सर्वसम्मति द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व जामताड़ा जिलाध्यक्ष कौशल सिंह ने किया.
सर्वसम्मति से संगठन के सक्रिय सदस्य सुमन भट्टाचार्य को जामताड़ा ईकाई का जिलाध्यक्ष जबकि अंतिम चौधरी को जिला महासचिव की कमान सौंपी गई. वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए हीरेन सिंह एवं चंचल गिरी,सचिव पद पर कौशल सिंह एवं इंद्रजीत यादव,प्रवक्ता के लिए रतन कुमार मंडल, मिथिलेश निराला, संगठन मंत्री के लिए विपुल कुमार गोस्वामी, शेख शमीम, कोषाध्यक्ष में राजीव झा और सह कोषाध्यक्ष में प्रभाकर तिवारी को कमान सौंपी गई है.
वहीं जिला कार्यसमिति में रफीक अंसारी, गौतम ठाकुर, संतोष कुमार, अर्जुन मंडल, विधान साधु, संतोष मंडल, दीपक सिंह, उमेश कुमार, शशि कुमार और अरविंद ओझा को शामिल किया गया है.
जामताड़ा के चुनाव प्रभारी सह प्रदेश प्रवक्ता दशरथ महतो ने बताया कि पत्रकारों को वर्तमान परिपेक्ष्य में संगठित रहने की नितांत आवश्यकता है. पत्रकार समाज में आईना की तरह काम करता है लेकिन इस काम को करते समय उन्हें बहुत सारी मुसीबतों का भी सामना करना पड़ता है, इसलिए सभी को संगठन की जरूरत भी है. उन्होंने कहा कि मुसीबत में संगठन के सभी साथी पीड़ित पत्रकार का साथ देंगे ताकि वह अकेला न पड़े.
बहुत जल्द संगठन की ओर से इस बार यह नियम बनाया जा रहा है कि अब न्यूनतम सदस्यता शुल्क देकर ही संगठन के साथ जुड़ना होगा. वहीं पत्रकार साथियों के लिए आइडी कार्ड व बीमा को लेकर भी चर्चा की गई.
नवनियुक्त जिलाध्यक्ष ने कहा कि जो जिम्मेवारी मुझे मिली है उस पर खरा उतरने का काम करूंगा. साथ ही मार्च के अंतिम सप्ताह तक संगठन का विस्तार भी जिला में किया जाएगा.मौके पर काफी संख्या में पत्रकार मौजूद थे. मौके पर दुमका जिला अध्यक्ष कुणाल शांतनु ने भी अहम भूमिका निभाई और पत्रकारों के एकजुट होकर कार्य करने की जरूरत बताई. चुनाव संपन्न होने के पश्चात उपस्थित पत्रकारों ने एक दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर तिलक होली भी मनाई.