फतेह लाइव, रिपोर्टर.
तबादलों को लेकर फतेह लाईव की खबर का असर है कि एक ही संसदीय क्षेत्र में आने वाले आईपीएस,डीएसपी,एसडीपीओ, इंस्पेक्टर,एसडीओ,सीओ,बीडीओ और कुछ पदाधिकारियों का तबादला सूची जारी हो रही है.इसी क्रम में सबसे पहले आईपीएस फिर आईएएस और 150 डीएसपी की पोस्टिंग हुई है.
पोस्टिंग को लेकर चंपाई सरकार पूरी तरह से चर्चा में है और नित नए-नए कारनामे देखें जा रहें हैं.जहां चुनाव आयोग का डंडा चला नहीं कि आनन-फानन में विभिन्न जिलों से विभिन्न विभागों में अधिकारियों के पद से परिवर्तन नजर आने लगा.
इस बीच पोस्टिंग के लिए स्थानांतरण नीति का भी उल्लंघन देखने को मिला है.कुछ जिलों में चहेतों या फिर सेटिंग का टूल इस्तेमाल कर पड़ोसी जिले में पदस्थापित दारोगा और इंस्पेक्टर अभी तक नहीं बदले गए हैं.संभव है कि डीएसपी की सूची तो जारी हो गई है और इसके बाद इन्हें भी बदला जाएगा जो स्थानांतरण नीति में छेद कर सेटिंग से अगल-बगल जिलों में मौज ले रहें हैं.
फिलहाल एक बड़ी और चौंकाने वाली खबर गिरीडीह से आई है जहां खोरी महुआ डीएसपी साजिद जफर और डीएसपी औद्योगिक क्षेत्र बोकारो के पद पर स्थानांतरित कर दिया गया है.इस अधिसूचना के जारी होते ही डीएसपी साजिद आहत होकर इस्तीफा तक देने का मन बना चुके हैं.
डीएसपी ने सोशल साइट फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा है.लिखे पोस्ट में उन्होंने कहा है कि *स्थानांतरण के अन्यायपूर्ण निर्णय को देखकर मैंने नौकरी से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है.जिंदगी नौकरी से बड़ी है. न्याय अवश्य मिलना चाहिए,जय हिन्द.
राजनीति में भाग्य आजमाएं साजिद-प्रीतम भाटिया
AISMJWA के राष्ट्रीय महासचिव और पत्रकारों के आंदोलनकारी नेता प्रीतम भाटिया ने डीएसपी साजिद जफर को इस्तीफा देकर राजनीति में आने का सुझाव दिया है.
इसके लिए भाटिया ने बकायदा ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम और बीजेपी झारखंड को ट्वीटर पर सुझाव भी दे दिया है. भाटिया ने ट्विटर पर लिखा है कि ट्रांसफर पोस्टिंग में भेदभाव का आरोप लगाकर डीएसपी साजिद जफर ने इस्तीफा देने का मन बनाया है. मेरा सुझाव है कि इनको राजनीति में भाग्य आजमाना चाहिए.अगर झारखंड में गांडेय सीट पर उपचुनाव हो तो भाजपा और एआईएमआईएम के लिए साजिद जफर एक अच्छे प्रत्याशी साबित हो सकतें हैं.
बताते चलें कि गांडेय सीट से सरफराज अहमद के इस्तीफे के साथ ही कल्पना सोरेन के चुनाव लड़ने की चर्चा हो रही है लेकिन कल गिरीडीह में पार्टी के स्थापना दिवस पर इस बात को राज्यसभा सांसद महुआ माजी के बयान ने भी स्पष्ट कर दिया है.
वर्तमान में राज्य में एक गांडेय सीट ही ऐसी है जिस पर झामुमो विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे से यह सीट खाली हो गई. इसी सीट पर भाटिया ने भी इस्तीफा देने वाले डीएसपी साजिद परवेज को अगले उपचुनाव में भाजपा या एआईएमआईएम को प्रत्याशी बनाने का सुझाव दे दिया है.
वैसे सूत्रों की मानें तो साजिद एक प्राईवेट कंपनी में बड़े पैकेज पर कार्यरत थे. फिर इन्होंने 2016 में पांचवें जेपीएससी में भाग्य आजमाया और सफलता पाकर डीएसपी बने. साजिद ने बीटेक कर रखा है और एक प्रेरक वक्ता (मोटिवेशनल स्पीकर) के रूप में भी जाने जाते हैं. बताया जाता है कि पदस्थापन काल से ही साजिद लंबे समय तक संटिग पोस्ट पर रहे हैं. धनबाद रेल डीएसपी के पद पर साजिद 5 साल रहे हैं.
इससे पहले भी 23 मार्च 2022 को फेसबुक पर सरकार से पोस्टिंग की गुहार लगायी थी. तब उन्हाेंने कहा था कि 4 साल से नन फील्ड में हूं. फील्ड में काम करने का माैका दें. डीएसपी के पोस्ट पर कई लोगों ने प्रतिक्रियाएं भी दी थी. साजिद ने लिखा था कि 27 अगस्त 2018 से रेल डीएसपी के रूप में यहां पदस्थापित हूं. यह नन फील्ड पोस्टिंग है. मैं इंतजार कर रहा हूं, एसडीपीओ (फील्ड पोस्टिंग) के रूप में काम करने का मौका मिले,ताकि मेरी ताकत और मेरी कमजोरी का पता चल सके. आशा है कि झारखंड की वर्तमान सरकार अपने कार्यकाल में मुझे जिम्मेदारी निभाने का मौका देगी, जय हिंद.