फतेह लाइव रिपोर्टर.

         

झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन सरकार के मंत्रिमंडल में पुराने मंत्रियों को ही जगह दिए जाने से नाराज एक दर्जन विधायकों ने अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि अगर उनकी मांगें अनसुनी कर गईं तो वह 23 फरवरी से शुरू होने वाले बजट सत्र का भी बहिष्कार कर देंगे। ये अपनी पार्टी के मंत्रियों के खिलाफ नन-परफॉर्मेंस की भी शिकायतें कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती है वह दिल्ली में ही डंटे रहेंगे।

गौरतलब हो कि बजट सत्र में सोरेन सरकार को धन विधेयक भी पास करवाना होगा, इसलिए सरकार की चिंता बढ़ गई है। खबर है कि इस विवाद को सुलझाने के लिए कांग्रेस के प्रभारी महासचिव गुलाम अहमद मीर इस हफ्ते रांची जाने वाले हैं।

क्योंकि, बजट सत्र के दौरान सरकार समर्थक 12 विधायकों की गैर-हाजिरी का जोखिम लेने के लिए कोई भी सरकार नहीं तैयार हो सकती। इन्हीं हालातों के बीच मुख्यमंत्री चंपई सोरेन रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से भी मिलने दिल्ली पहुंचे थे, जिसे शिष्टाचार मुलाकात बताया जा रहा है।

बहरहाल मुख्यमंत्री चंपई सोरेन सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद से कांग्रेस विधायकों की नाराजगी खत्म होने का नाम नहीं ले रही। राज्य में कांग्रेस के 17 विधायक हैं, जिसमें से 12 सोरेन सरकार में कांग्रेसी कोटे से बने मंत्रियों को लेकर नाखुश हैं।इसके चलते उनमें पार्टी हाई कमान के प्रति भी भयंकर असंतोष है। अब देखना है आगे क्या होता है?

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