14 दिसंबर को श्री अकाल तख्त साहिब के सामने अरदास करके धर्म परिवर्तन के खिलाफ शांतिपूर्ण संघर्ष शुरू किया जाएगा

फतेह लाइव, रिपोर्टर.

ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन (AISSF) के पूर्वी भारत अध्यक्ष सतनाम सिंह गंभीर ने बताया की ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन के पूर्व प्रेसिडेंट और सीनियर अकाली नेता सरदार करनैल सिंह पीर मोहम्मद ने फेडरेशन के पूर्व प्रेसिडेंट भाई मंजीत सिंह और फेडरेशन लीडरशिप की मौजूदगी में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का ऐलान किया है. गंभीर के मुताबिक पहले पीर मोहम्मद ने जब उन्होंने ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन से इस्तीफा दिया था, तो संगठन की बागडोर एडवोकेट परमिंदर सिंह ढींगरा के हाथों में थी.

कुछ समय पहले एडवोकेट ढींगरा का निधन हो गया था, लेकिन उन्होंने अभी तक नया प्रेसिडेंट अपॉइंट नहीं किया था. हालांकि, फेडरेशन (पीर मोहम्मद) ने अपनी दस मेंबर वाली सुप्रीम काउंसिल बना ली थी. उस दस मेंबर वाली काउंसिल ने मीटिंग करके ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन में पूरी एकता की पहल की और अमर शहीद भाई अमरीक सिंह के भतीजे और ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन के पुराने प्रेसिडेंट और शिरोमणि अकाली दल पुनर सुरजीत के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट भाई मनजीत सिंह के बेटे भाई कंवर चरत सिंह को ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन का जॉइंट प्रेसिडेंट बनाने का ऐलान किया.

सरदार करनैल सिंह पीर मोहम्मद ने यह ऐलान करते हुए कहा कि हमने हमेशा एकता की पहल की है. भाई कंवर चरत सिंह की लीडरशिप में फेडरेशन ने स्कूल और कॉलेज में यूथ अवेयरनेस मूवमेंट भी चलाया और किसान संघर्ष, पंजाब में बाढ़, पंजाब यूनिवर्सिटी संघर्ष जैसे अलग-अलग संघर्षों में भी हिस्सा लिया. इस समय शहीदों की कुर्बानी से जूझ रहे संगठन ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन में एकता की बहुत ज़रूरत है. सिख पंथ के सभी संगठनों की आपसी एकता के लिए हमारी यह पहल फेडरेशन को बहुत मज़बूती देगी. उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन ने हमेशा पंथ के बैनर तले पंथ की तरक्की के लिए बड़ी कुर्बानियां दी हैं और हर फील्ड में हिस्सा लिया है.

मौजूदा समय में राजनीतिक क्षेत्र में आई भारी गिरावट को दूर करने में ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स की पुरानी फेडरेशन लीडरशिप ही बड़ी भूमिका निभा सकती है. सरदार करनैल सिंह पीर मोहम्मद ने सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन (मेहता) के प्रेसिडेंट भाई अमरबीर सिंह धोत, सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन (ग्रेवाल) और ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन (खालसा) के प्रेसिडेंट भाई दलेर सिंह डोड से भी अपील की कि वे भी उपरोक्त बातों का जवाब दें. शिरोमणि अकाली दल के अलग-अलग गुटों में पैदा हुए अविश्वास के माहौल, जिसके कारण पंजाब की धरती पर शिरोमणि अकाली दल की सरकार नहीं बन पाई, में सबसे बड़ा नुकसान यह हुआ है कि पारंपरिक अकाली लीडरशिप ने ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन की लीडरशिप को नजरअंदाज करके अपने निजी हितों और परिवारों को महत्व दिया.

ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन के प्रेसिडेंट भाई कंवर चरत सिंह ने ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन के नेताओं से सलाह करके भाई मनजीत सिंह, पूर्व प्रेसिडेंट, और सरदार करनैल सिंह पीर मोहम्मद, पूर्व प्रेसिडेंट को ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन का पैट्रन नियुक्त किया है ताकि फेडरेशन को उनके लंबे अनुभव का फायदा मिल सके. ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन के प्रेसिडेंट भाई कंवर चरत सिंह की अध्यक्षता में एक सुप्रीम एडवाइजरी काउंसिल बनाई गई है. 21 मेंबर वाली कमेटी में कंवलजीत सिंह बिट्टा केन्या, जगरूप सिंह चीमा पटियाला, गुरमुख सिंह संधू, डॉ. कारज सिंह धर्म सिंह वाला, बलबीर सिंह फुगलाना, गुरनाम सिंह सैनी, किरपाल सिंह इंग्लैंड, फतेह सिंह न्यूजीलैंड, भाई अमरीक सिंह भाई ऑस्ट्रेलिया, सतनाम सिंह गंभीर झारखंड प्रभजोत सिंह फरीदकोट, बलबीर सिंह कुठाला, गगनदीप सिंह रियाज, सुखविंदर सिंह दीनानगर, लवप्रीत सिंह बटाला, परमजीत सिंह तनेल, परमिंदर सिंह काहनूवान, कमलजीत सिंह चीमा काला अफगान, शमशेर सिंह मिसरपुरा, अर्शदीप सिंह मान कनाडा, हरदित सिंह खरड़, शामिल हैं.

आने वाले समय में फेडरेशन के ऑर्गेनाइजेशनल स्ट्रक्चर या पंथ पंजाब के लिए जो भी फैसले लिए जाएंगे, फेडरेशन प्रेसिडेंट इसी कमेटी से सलाह लेंगे, वे चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में होने वाली मीटिंग्स के बाद पूरे स्ट्रक्चर का ऐलान किया जाएगा. उन्होंने देश में रहने वाले सिख युवाओं और हर धर्म के युवाओं से अपील की कि वे ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन को पूरा सपोर्ट दें, ताकि पंजाब की धरती पर जिस तरह से दिन-ब-दिन गैंगस्टरिज्म बढ़ रहा है और युवा पीढ़ी का एक बड़ा हिस्सा ड्रग्स की वजह से भटक रहा है, उसे रोका जा सके. हम विदेशों में भी फेडरेशन की यूनिट्स को फिर से बनाने जा रहे हैं.

भाई कंवर चरत सिंह ने पंजाब के गिरते एजुकेशन लेवल पर खास चिंता जताई और बताया कि इसे सुधारने की कोशिश की जानी चाहिए ताकि पंजाब की धरती पर ही युवाओं का भविष्य उज्ज्वल हो सके. इसके साथ ही, ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन पंजाब की धरती पर धर्म परिवर्तन के लिए पैसे का लालच देकर चलाए जा रहे आंदोलन को रोकने के लिए बहुत गंभीर और ठोस कदम उठाएगी. इसका शांतिपूर्ण तरीके से विरोध किया जाएगा.

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