केवल इच्छुक लोगों की ही करते हैं ग्रुप में इंट्री – इंदरपाल






































फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर जैसे शहर में हर धर्म जाति के लोगों की आस्था देखने लायक होती है. कुछ इसी तरह सिख समाज में भी अपने गुरुओं के प्रति आस्था रखने में संगत भी पीछे नहीं है. गुरवाणी कहती है सतगुरु का जो सिख अखाये, सो पलके उठ हर नाम ध्याए…गुरु के इन्हीं उपदेशों को अपनाते हुए जुगसलाई की धार्मिक एवं सामाजिक संस्था महाराजा रणजीत सिंह सेवा दल के सदस्यों ने एक “अमृतवेला परिवार” नाम से ग्रुप बनाया.
उसका उद्देश्य था कि अमृतवेले उठकर नाम बाणी से जुड़ना है. कहते हैं कि गुरु नानक के घर से कभी कोई खाली नहीं गया. वहां हर मुराद पूरी होती है. अमृतवेला परिवार का गठन करने का उद्देश्य भी यही था कि संगत को गुरु की बनाई वेला में संगत को गुरु के दीदार कराने का.
इस ग्रुप में शामिल महाराजा रणजीत सिंह सेवा दल के इंदरपाल सिंह, जगजीत सिंह, जसविंदर सिंह गोल्डी, जसदीप सिंह, राज कमल सिंह, हरभजन सिंह, देवेंद्र सिंह, बिट्टू सिंह, अमरपाल सिंह ने अप्रैल 2024 को प्रत्येक रविवार को जुगसलाई स्टेशन रोड गुरुद्वारा से गुरवाणी के साथ संगत को जोड़ना शुरु किया.
आसा दी वार के पाठ बाद गुरवाणी कीर्तन करने का लक्ष्य रखा और उसे शुरू भी किया. उनके साथ धीरे धीरे संगत जुड़ने लगी. फिर ग्रुप के मेंबरों ने यह तय किया कि प्रत्येक रविवार को अलग-अलग गुरुद्वारा में यह आयोजन करने जायेंगे. इसमें सीतारामडेरा स्थित शहीद बाबा दीप सिंह गुरुद्वारा ने भी उनके इस कार्य को बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ी. इस ग्रुप का प्रचलन इतना होने लगा कि विभिन्न क्षेत्रों से संगत इनसे जुड़ने लगी है.
अब तक यह ग्रुप अपने आठ कार्यक्रम पूरे कर चुका है. आगामी 28 जुलाई को बिष्टुपुर जी टाउन गुरुद्वारा और 11 अगस्त को मानगो गुरुद्वारा साहेब में अमृतवेला ग्रुप का कार्यक्रम तय है. ग्रुप के इंदरपाल सिंह ने कहा कि यह आयोजन करने से उनके तन-मन को शांति मिल रही है. संगत भी इस आयोजन से जुड़कर खूब आनंदित हो रही है.
आज ग्रुप में ढाई सौ के लगभग संगत जुड़ गई है, जो बड़े उत्साह के साथ सुबह 4 बजे तय स्थान में पहुंचकर सच्चे पिता परमात्मा के नाम रस में गोते लगाने के लिए तैयार रहती है. इंदरपाल सिंह ने बताया कि करीब 10-15 साल पहले ऐसा आयोजन हर सुबह जुगसलाई स्टेशन रोड गुरुद्वारा में होता था, लेकिन किसी कारणवंश उसमें विराम लग गया था. ग्रुप के सक्रिय वीरों ने पुन: इसे शुरु किया है. गुरवाणी में दर्ज वॉक के अनुसार अमृतवेला सच नाओ वडियाई विचार… के उपदेशों को जमशेदपुर की सिख संगत चरितार्थ कर रही है. निश्चित ही अकाल पुरख बाबा नानक सबकी मनोकामनाएं पूरी करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि इस ग्रुप में इच्छुक लोगों को ही जोड़ा जा रहा है.