ग्रामीणों को दी गई कानूनी जानकारी, उबड़-खाबड़ रोड से लोग परेशान

फतेह लाइव, रिपोर्टर.

झालसा के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार जमशेदपुर द्वारा 90 दिन का आउटरीच प्रोग्राम के तहत डालसा टीम शनिवार को मोबाइल वैन से पोटका प्रखंड के सुदूर गांव एवं ओडिसा के बॉर्डर पर स्थित सारसे गांव में जाकर वहां के ग्रामीणों से मिले और लोगों को कानून के प्रति जागरूक किया. इस दौरान ग्रामीणों को साईबर क्राइम, घरेलू हिंसा , शिशु प्रोजेक्ट, मानव तस्करी, बाल विवाह, बाल श्रम, दहेज प्रथा, डायन प्रथा आदि कई तरह के कानून की जानकारी दी गई.

साथ ही केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में भी बताया गया. ग्रामीणों ने डालसा टीम को बताया कि यह अत्यंत पिछड़ा गांव है. जहां अधिकांशतः संथाल (सिंह सरदार) समुदाय के लोग निवास करते हैं. लेकिन आजादी के बाद से यह गांव काफी उपेक्षित रहा है. गांव में आज तक आवागमन के लिए पक्की सड़क तक नहीं बन पाई है. उबड़ खाबड़ कच्ची सड़क से बरसात के मौसम में तो चलना भी दूभर हो जाता है.

एमपी, विधायक भी इस गांव में झांकने तक नहीं आते हैं. जागरूकता अभियान में डालसा पीएलवी नागेन्द्र कुमार, डोवो चकिया, चयन मंडल , शंकर गोराई, माधवी कुमारी, प्रभात सिंह सरदार , छक्कु मांझी , मीरा मंडल, सुबोध प्रसाद, सुरज कुमार, अनिल कुमार शर्मा , अमरजीत के अलावा आदेशपाल दिनेश साधु उपस्थित थे.

उक्त जागरूकता अभियान के तहत रसूनचोपा पंचायत के सभी गांवों में डोर टू डोर कैम्पेनिंग कर ग्रामीणों को जागरूक किया गया और उनके समस्याओं से अवगत होकर उसका समाधान कैसे हो, इसके उपाय बताया गया. साथ ही किसी भी तरह के अन्य समस्याओं के निराकरण के लिए सिविल कोर्ट में स्थित डालसा कार्यालय अथवा पोटका प्रखंड स्थित लीगल एड क्लीनिक में संपर्क करने को कहा गया.

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