फतेह लाइव, रिपोर्टर
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्रीश्री योगेश्वरी आनंदम सेवा प्रतिष्ठान माताजी आश्रम हाता में 22 दिसंबर को जगत जननी मां शारदा देवी की 172वी जयंती बिबिध अनुष्ठान के साथ धूमधाम से मनाई गई. सुबह शारदा देवी की विशेष पूजा की गई. इसके पश्चात मातृ संगीत हुआ जिसमें सुनील कुमार दे, सहदेव मंडल, भास्कर चंद्र दे, लोचना मंडल, सावित्री गोप, तड़ित मंडल, शान्तु नाग, शिवतोष नाग, बीथिका मंडल, रेवा गोस्वामी आदि ने भाग लिया. इसके पश्चात शारदा देवी की जीवनी और वाणी पाठ किया गया जिसमें शिला पालित, बकुल मिश्रा, अंजलि मण्डल, लोचना मंडल, बेलारानी मंडल आदि ने भाग लिया. वही शारदा देवी की जीवनी पर परिचर्चा हुई जिसमें सुनील कुमार दे, शंकर चंद्र गोप, सुधांशु शेखर मिश्र, बीथिका मंडल, पूजा महतो, सुजाता मरल आदि ने भाग लिया. सुनील कुमार दे ने कहा जगत जननी मां शारदा देवी विश्व के सबसे आधुनिक नारी है, जिन्होंने सभी अंध विश्वास, कुसंस्कार और जात पात के बंधन को तोड़ दी है.
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मां शारदा देवी नारी जातियों के लिए आदर्श हैं. मां शारदा देवी ने एक आदर्श कन्या, भगिनी, पत्नी और जननी का आदर्श प्रस्तुत कर के पूरे नारी जगत को राह दिखाई है जो आज भी प्रासंगिक है. जीसके पश्चात ठाकुर जी की भोग, आरती, पुष्पांजलि और होम हुआ और शंकर चंद्र गोप ने रामकृष्ण कथामृत पाठ किया. शंकर चंद्र गोप ने कहा, रामकृष्ण कथामृत एक सार्वजनीन धर्म ग्रंथ है जो मानव जाति के लिए सच्चे मार्ग दिखाते हैं. एक बजे महाप्रसाद का वितरण हुआ. 2 बजे विवाहित और अविवाहित महिलाओं के लिए आल्पना, मेहदी और शंखध्वनि प्रतियोगिता का आयोजन हुआ. 3 बजे हरिनाम और हरिलुट के साथ जयंती का समापन हुआ. अंत में राजकुमार साहू ने सभी भक्तजनों का धन्यवाद ज्ञापन किया. उत्सव का संचालन सुनील कुमार दे ने किया.
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इस अवसर पर हीरालाल दे, रघु नंदन बनर्जी, दुलाल मुखर्जी, मोहितोष मंडल, कृष्ण पद मंडल, तपन दे, तरुण दे, बलराम गोप, मोहितोष गोप, विश्वामित्र खंडायत, संजीव साह, महेश बियानी, रामकृष्ण सरदार, कृष्ण गोप, मृणाल पाल, सुबोध मंडल, ब्रह्म पद मरल, नारायण चटर्जी, सावित्री गोप, कविता भट्टाचार्य, शंकर चंद्र गोप, रवींद्र नाथ दास, मोनी पाल, अजित सरदार, समीर मंडल, स्वपन मंडल, स्वपन कुमार मंडल, बुलु मंडल, सिया मिश्रा, सुधांशु शेखर मिश्रा, सुब्रत दे, मालती दे, तनुश्री साहू, निवारण मोदी, बिरेन मंडल, तरुण मंडल, संतोष मंडल, बिमल मंडल, काजल मंडल, बेला रानी मंडल, अंजलि मंडल, सुजाता मरल, लोचना मंडल, इरा पालित, शिला पालित, बन्दना मंडल, नित्यानंद गोस्वामी, सुधांशु मंडल, मधुसूदन भट्टाचार्जी, चीनू माँ, साधना बनर्जी, पूजा महतो, हिरण महतो, सनातन महतो, भानु राणा, संजय साहू, अमित मंडल, रीना मंडल, रीता रानी मंडल, छूबि सरकार, सोमा बिस्वास, कुंती मंडल, निताई महाकुड़, तपन मंडल, रंजन पालित, दीपक पाल, बिमल मंडल, असित मंडल, शान्तु नाग, शिवतोष नाग के साथ काफी संख्या में विभिन्न गांव से भक्त उपस्थित रहे.