रांची।
झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष गुरविंदर सिंह सेठी ने हरमंदिर जी, पटना साहिब में सिखों के जनसांख्यिक प्रतिनिधित्व में प्रस्तावित परिवर्तनों पर नाराजगी व्यक्त की है। सेठी ने कहा के तख्त श्री हरमंदिर जी, पटना साहिब प्रबंधन समिति के संविधान का अस्तित्व 1955-56 से है और हमारे समुदाय के सदस्य दक्षिण बिहार निर्वाचन क्षेत्र में अपना संविधानिक अधिकार व्यय कर रहे हैं। हाल ही में कुछ नेताओं ने झारखंड राज्य के सिख संगत और गुरुद्वारों के प्रतिनिधित्व को दक्षिण बिहार निर्वाचन क्षेत्र की वोटिंग प्रक्रिया से बाहर करने की कोशिश की है। यह दावा करते हुए कि झारखंड बिहार से अलग हो चुका है और इसलिए हमारा वोट देने का अधिकार समाप्त होना चाहिए।
सेठी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से झारखंड के सिखों के अधिकार सुनिश्चित करने के लिए पत्र लिखा है। सेठी ने कहा के झारखंड में सिख समुदाय बिहार के तुलना में अधिक हैं। बिहार पुनर्गठन अधिनियम और तख्त श्री हरमंदिर जी, पटना साहिब के बायलॉज की प्रावधानों का उल्लंघन करने वाली इस कदम को रोकने का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अनुरोध किया है। जब तक बायलॉज में कोई संशोधन नहीं किया गया है।