फतेह लाइव, रिपोर्टर.






































27 सितंबर को बतौर एसपी सरायकेला-खरसावां जिले में डॉक्टर बिमल कुमार के दो महिने पूरे हो चुके हैं. इन दो महीनों में जिले में पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाईयां कर एसपी ने अपना सिंघम वाला रूप अपराधियों को दिखाया है.
कभी शराब अड्डे तो कभी अड्डा बाजी तो कभी फरार वारंटियों की गिरफ्तारी जैसे अभियान चलाकर आम लोगों में चर्चित हो चुके एसपी डॉक्टर बिमल ने फतेह लाईव को बताया कि पुलिस की कार्यशैली जन सहयोगी और अपराध विरोधी बने तभी जिला अपराध मुक्त हो सकेगा. वे बोले कि बहुत जल्द विभिन्न थाना क्षेत्रों में सप्ताह में एक बार दो-तीन घंटे के लिए बैठना शुरू करूंगा, ताकि लोगों को पुलिस से हरसंभव मदद मिल सके.
एसपी की कार्यप्रणाली का असर शुक्रवार को जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में शाम 4.00 बजे के बाद अचानक अड्डाबाजी के खिलाफ अभियान चला रहे थानेदारों का मनचलों पर भी खौफ नजर आया और भगदड़ मच गई. एसपी के नेतृत्व में आदित्यपुर और गम्हरिया में थानेदारों ने ताबड़तोड़ अभियान चलाया, जिससे अब आम लोगों को राहत की सांस लेते देखा जाएगा. हालांकि ज़्यादातर जगहों पर पुलिस द्वारा अड्डाबाजी करते हुए लोगों को चेतावनी देकर ही छोड़ दिया गया है, लेकिन दुर्गापूजा और नवरात्र के समय शराबियों, नशेड़ियों और अड्डा जमाने वालों पर पुलिस की विशेष नजर होगी.
दो महीने से सरायकेला-खरसावां में चर्चा का विषय बना हुआ है कि अब चौक-चौराहों पर पुलिस अलर्ट मोड पर रहती है. आम लोग भयमुक्त होकर एसपी को सूचना दे रहे हैं और यही वजह है कि जिले में एसपी का सिंघम वाला रोल भी अब आम लोगों में चर्चा का विषय बन चुका है.