- शिव भक्तों ने कड़ी साधना और पूजा-अर्चना के साथ पूरा किया पारंपरिक पर्व
फतेह लाइव, रिपोर्टर
पोटका के रसुनचोपा गांव में हर साल की तरह इस वर्ष भी शिव गाजन पर्व बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया. ज्येष्ठ महीने में आयोजित इस पर्व में भक्तों ने कठिन व्रत रखते हुए यात्रा घाट से गोरियां और पाट लाने की परंपरा निभाई, जो शिव जी के अंग माने जाते हैं. बुधवार को सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने गोरियां भार लाया, जबकि रात को छऊ नृत्य का आयोजन हुआ. गुरुवार की सुबह तालाब से नहाने के बाद भक्तों ने पाट लाकर शिव मंदिर तक करीब एक किलोमीटर पैदल यात्रा की, जहां बाबा भोलेनाथ की पूजा अर्चना की गई और इस प्रकार पर्व का समापन हुआ.
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रसुनचोपा में शिव गाजन पर्व की भक्ति और परंपरा
ग्रामीणों का कहना है कि यह शिव गाजन पर्व डेढ़ सौ वर्षों से उनके पूर्वजों द्वारा शुरू किया गया था और तब से यह नियमित रूप से आयोजित हो रहा है. इस अवसर पर जमशेदपुर, चाकुलिया, धनबाद, उड़ीसा के बारीपदा, रायरंगपुर आदि क्षेत्रों से भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंचते हैं. यहां भक्त बाबा भोलेनाथ के समक्ष अपनी मन्नतें मांगते हैं, जिन्हें पूरा होने की मान्यता है. इस पारंपरिक पर्व के माध्यम से स्थानीय संस्कृति और आस्था का जीवंत स्वरूप देखने को मिलता है.