2018 में तारा सिंह ने मंजीत सिंह को 19 मतों से हराया था चुनाव, अब विपक्ष ने कमर कसी

Jamshedpur.

सोनारी गुरुद्वारा के प्रधान पद के चुनाव की घोषणा गत 8 अप्रैल को की गई थी. उसके बाद से चुनावी शोर तेज हो चुका है. इसी बीच मंगलवार को प्रधान पद के लिए नामांकन पत्रों की बिक्री हुई. पांच सौ रूपये का नामांकन चार्ज देते हुए दोनों पक्षों की ओर से कुल छह नामांकन फार्म लिए गए. विपक्ष की ओर से पूर्व प्रधान गुरदयाल सिंह, उनके समर्थक बलबीर सिंह गिल, हरजीत सिंह और मंजीत सिंह ने नामांकन खरीदा, जबकि पक्ष की ओर से गुरशरण सिंह गोलन और हरजीत सिंह विरदी ने फॉर्म लिया. गुरु चरणों में अरदास कर सुबह 10 से 12 बजे तक फार्म खरीदने समर्थकों के साथ उम्मीदवार पहुंचे. इस दौरान गहमा गहमी बनी रही. मंगलवार दूसरे दिन भी नामांकन फॉर्म बिकेंगे. उम्मीद है कि पक्ष से कुछ और लोग यह खरीद सकते हैं. 12 अप्रैल को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी. 13 अप्रैल को नाम वापसी का दिन है. फिर 15 अप्रैल को उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न दिए जायेंगे. इसके साथ ही वोटर लिस्ट भी दी जाएगी. उपरोक्त तिथियों में सभी चुनावी कार्य सुबह 10 से 12 बजे तक किये जायेंगे. प्रधान पद के लिए 23 या 30 अप्रैल को मतदान कराने की तैयारी की जा रही है. मतदान सुबह नौ से अपराह्न तीन बजे तक होगा, जबकि 15 मिनट के ब्रेक के बाद मतगणना होगी और विजयी उम्मीदवार की घोषणा की जाएगी.

चुनाव पदाधिकारी को लेकर पकी खिचड़ी
सोनारी गुरुद्वारा के वर्ष 2023 से 2025 तक के कार्यकाल के लिए होने वाले चुनाव को लेकर चुनाव पदाधिकारी को लेकर खिचड़ी पकी हुई है. पक्ष की ओर से गुरमुख सिंह मुखे की टीम के निर्वाची चुनाव कन्वीनर दलजीत सिंह दल्ली और सुखविंदर सिंह ने मोर्चा संभाल रखा है. वहीं सीजीपीसी की ओर से परविंदर सिंह सोहल और अमरजीत सिंह भामरा को चुनाव पदाधिकारी बनाकर भेजा गया है. ऐसे में दोनों गुटों के बीच तनाव बना हुआ है. मौजूदा कार्यवाहक प्रधान तारा सिंह गिल ने बताया कि गुरुद्वारा कमेटी चुनाव कराने के लिए सक्षम हैं. किसी तरह का विवाद उत्पन्न ना हो इसे लेकर एक चुनाव ऑब्जरवर सीजीपीसी का रखा जायेगा.

2018 में 380 की वोटर लिस्ट पर हुआ था मतदान
वर्ष 2018 में सोनारी में 380 की वोटर लिस्ट पर चुनाव हुआ था. तब 19 मतों से तारा सिंह गिल ने अपने प्रतिद्वन्दवी मंजीत सिंह को मात दी थी. उसके बाद कोरोना को लेकर यहां चुनाव लंबित रहा. कोरोना के जाने के बाद यहां दोनों गुटों में टकराव बना हुआ है. मारपीट, खींचतान के बीच थाना पुलिस और एसडीओ कोर्ट में मामला चल रहा है. इधर, सीजीपीसी में तख्ता पलटने के बाद एक कर एक सभी गुरुद्वारों में भगवान सिंह खेमा हावी हो रहा है. पिछले दिनों टिनप्लेट में भी बिल्ला गुट ने कांटे की टक्कर में विजयी प्राप्त की है. अब सोनारी में सब की निगाहें हैं, जिसे लेकर हलचल बनी हुई है. भगवान सिंह के आग्रह पर तारा सिंह ने चुनाव की अधिसूचना तो जारी कर दी, लेकिन अब तक वोटर लिस्ट तैयार नहीं की गई है और ना ही सार्वजनिक की गई है, जिसे लेकर विपक्ष और संगत में रोष है. वहीं गुरदयाल सिंह खेमा ने इस बार तारा सिंह का तख्ता पलटने की भी कमर कस ली है.

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