जमशेदपुर।
श्रम, रेलवे, अनुमंडल दंडाधिकारी एवं बाल किशोर न्यायालय को जमशेदपुर व्यवहार न्यायलय में स्थानांतरण करने की मांग की गई है. इस बाबत वरीय अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने झारखंड उच्च न्यायलय के मुख्य न्यायधीश को गुरुवार को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा है कि जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय के परिसर में उपरोक्त न्यायालय के ना होने से हम अधिवक्ताओं को एवं पक्षकार को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. व्यवहार न्यायालय से रेलवे न्यायालय एवं बाल किशोर न्यायालय 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जबकि श्रम न्यायालय अनुमंडल दंडाधिकारी न्यायालय पुराना व्यवहार न्यायालय के परिसर में अभी तक चल रहे हैं. हम अधिवक्ताओं को एवं पक्षकारों को मुकदमा की पैरवी के लिए न्यायालय जाने के वक्त काफी परेशानी होती है.
बाल किशोर न्यायालय में अभी तक अस्थाई न्यायिक अधिकारी होने से मुकदमे की सुनवाई पूरी अवधि में नहीं होने से पक्षकार को न्याय मिलने में देरी होती है. हम अधिवक्ताओं को समय के अभाव के कारण उपरोक्त चारों न्यायालय में पैरवी कर उपस्थिति नहीं होने कारण पक्षकारों को न्याय से वंचित होना पड़ता है एवं अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठाना पड़ता है. सुधीर पप्पू ने आग्रह किया है कि अधिवक्ता गण एवं पक्षकारों की परेशानी को देखते हुए उपरोक्त चारों न्यायालय जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय में लाने के अनुरोध पर विचार करने का कष्ट करेंगे. इसके लिए हम अधिवक्ता गण आपके सदैव आभारी रहेंगे.