महिषासुर रूपी नशा का अंत महिलाओं के द्वारा ही संभव : विकास सिंह
जमशेदपुर।
मानगो के उलीडीह में बंद पड़े आदिवासी मध्य विद्यालय के प्रांगण में बैठक कर आदिवासी महिलाओं ने क्षेत्र में हो रहे अवैध नशा के कारोबार के खिलाफ एकजुट होकर सड़क पर उतर कर नशा मुक्ति के खिलाफ आंदोलन का उलगुलान करने का निर्णय लिया. रविवार को स्थानीय आदिवासी महिलाओं के द्वारा आयोजित बैठक में शामिल होकर भाजपा नेता विकास सिंह ने नशा के खिलाफ चलने वाले अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की बात कही.
महिलाओं ने कहा कि कुछ दिन पूर्व स्थानीय महिलाओं के द्वारा उलीडीह थाना में प्रदर्शन कर आदिवासी मध्य विद्यालय में हो रहे नशा के अवैध कारोबार के बारे में बताते हुए विकास सिंह के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया था. पुलिस की गश्ती और कार्रवाई के बाद आदिवासी मध्य विद्यालय के प्रांगण में नशा का सामान बिकने के साथ अड्डेबाजी बंद हो गई, लेकिन नशा के कारोबार करने वाले लोगों ने केवल अपना स्थान और पता बदल दिया. उनका कारोबार क्षेत्र की पतली-पतली गलियों के साथ उलीडीह के खाली पड़े स्थान में जोर शोर से चल रहा है, जिससे मध्य विद्यालय के अगल-बगल तो लोगों को शांति मिल गई है, लेकिन अन्य क्षेत्रों में नशा के कारोबार करने वाले अपराधियों का तांडव और बढ़ गया है. खुलेआम गांजा, चरस, हीरोइन, ब्राउन शुगर और अवैध लॉटरी का कारोबार चल रहा है. महिलाओं ने बताया कि इसका सबसे ज्यादा प्रभाव पढ़ने लिखने वाले बच्चों में पड़ रहा है.
उलीडीह क्षेत्र में अधिकांश लोग रोज कमाने खाने वाले हैं. प्रतिदिन मजदूरी करने वाले लोग नशा गिरोह के शिकंजे में आ गए हैं. मजदूरी करके मिले हुए रुपए से वह लोग नशा का सामान खरीदकर सेवन कर रहे हैं, जिससे घर में रह रही महिलाओं के सामने भुखमरी की समस्या हो जा रही है. पूरा पैसा नशा के सामान खरीदने में चले जाने के कारण विद्यालय में बच्चों का फीस नहीं भर पाने के कारण बच्चों का नाम विद्यालय से काट दिया जा रहा है. महिलाओं ने कहा कानून व्यवस्था चरमरा गई है. अब हम सभी महिलाओं को ही आगे आकर सड़क पर उतर कर अपनी रक्षा करना होगा.
भाजपा नेता ने थानेदार को किया फोन, मिला आश्वासन
मौके में पहुंचे भाजपा नेता विकास सिंह ने स्थानीय थानेदार को फोन कर मामले की जानकारी देते हुए कहा पूरा क्षेत्र नशे के कारण बर्बाद हो रहा है. बच्चे पढ़ाई लिखाई छोड़ कर नशा की ओर बढ़ते जा रहे हैं. रोज कमाने खाने वाले मजदूर मजदूरी करके आने के बाद सारा पैसा नशा के सामान एवं डेली लॉटरी खरीदने में खर्च कर दे रहे हैं, जिससे लोगों को जीवन यापन करने में दिक्कत हो रही है. स्थानीय थानेदार ने भरोसा दिलाते हुए कहा कोई भी नशा खुरानी का अपराधी बक्शा नहीं जाएगा. विकास सिंह ने स्थानीय आदिवासी महिलाओं को भरोसा देते हुए कहा कि स्थिति नहीं सुधरी तो कांवर यात्रा के बाद आदिवासी उच्च विद्यालय परिसर के पीछे लगी भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा के समीप सभा कर पूरे क्षेत्र में आक्रोश रैली निकाली जाएगी, जिसमें क्षेत्र की महिलाएं हरवे हथियार के साथ शामिल होकर नशे के खिलाफ जन जागरूकता का रैली निकाल कर आंदोलन का उलगुलान करेगी.
बैठक में ये थे उपस्थित
मौके में मुख्य रूप से विकास सिंह, सुनीता बास्के, ममता पूर्ति, काजल बास्के, स्नेहा सामद, पिंकी बिरुली, वर्षा गोप, विशुका बारी, सोनाली लोहार, सुमन कंडोलिया, जेमा सोय, अजय लोहार, मनोज ओझा, राम सिंह कुशवाहा, मुख्य रूप से उपस्थित थे.