- पंचायतों और वार्डों में किया गया निरीक्षण, योजनाओं की प्रगति और सेवाओं का आकलन
फतेह लाइव, रिपोर्टर
पूर्वी सिंहभूम जिले में सरकारी योजनाओं और सेवाओं की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करने के लिए जिला प्रशासन ने एक विशेष अभियान शुरू किया है. उपायुक्त अनन्य मित्तल के निर्देश पर जिले के सभी प्रखंड और नगर निकायों में नियुक्त नोडल पदाधिकारियों द्वारा प्रत्येक शनिवार को पंचायतों और वार्डों का दौरा किया जाता है, ताकि योजनाओं की प्रगति और सेवाओं की वास्तविक स्थिति का आकलन किया जा सके. इस अभियान के तहत विभिन्न नोडल पदाधिकारियों ने आज जमशेदपुर के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया, जिसमें गदड़ा, पोटका का माटकु पंचायत, पटमदा में लक्षीपुर, बोड़ाम के पोखरिया, घाटशिला में बांकी और मुसाबनी के तेरेंगा जैसे प्रमुख स्थान शामिल थे.
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जमीनी स्तर पर योजनाओं की प्रगति का निरीक्षण, नागरिक सुविधाओं का मूल्यांकन
निरीक्षण के दौरान नोडल पदाधिकारियों ने आंगनबाड़ी केंद्र, विद्यालय, स्वास्थ्य उपकेन्द्र, जन वितरण प्रणाली दुकानों, मनरेगा कार्यस्थलों और पंचायत भवनों का दौरा किया. इस दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, स्वच्छता और सार्वजनिक वितरण प्रणाली से संबंधित सुविधाओं की उपलब्धता, गुणवत्ता और नागरिकों तक इनकी पहुंच को परखा गया. प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है कि सभी सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन निर्धारित मानकों के अनुसार हो और लाभार्थियों को समय पर और पारदर्शी तरीके से सेवाएं मिलें.
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सरकारी योजनाओं का नियमित निरीक्षण, सुधारात्मक कदम उठाने का संकल्प
उपायुक्त अनन्य मित्तल ने कहा कि यह निरीक्षण एक नियमित अनुश्रवण अभ्यास है, जिसका उद्देश्य न केवल योजनाओं की समीक्षा करना है, बल्कि सुधारात्मक कदम उठाना भी है. उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रक्रिया से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी योजनाएं सही तरीके से और निर्धारित मानकों के तहत कार्यान्वित हों, ताकि नागरिकों को बेहतर सेवाएं मिल सकें. यह कदम जिले में प्रशासन और नागरिकों के बीच पारदर्शिता और विश्वास बढ़ाने का एक अहम माध्यम है.