अरविंदर पाल कौर ने पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला के पंजाबी और पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग से डिग्री प्राप्त करने के बाद 1988 में ‘पंजाबी ट्रिब्यून’ में ट्रेनी सब-एडिटर के तौर पर पत्रकारिता की अपनी यात्रा की शुरुआत की. न्यूजरूम में विभिन्न पदों पर काम करने के बाद उन्होंने मार्च 2019 में समाचार संपादक की जिम्मेदारी संभाली.

पंजाबी पत्रकारिता में अपनी लंबी यात्रा के दौरान उन्होंने संपादन, अनुवाद, संपादकीय और फीचर लेखन में विशेषज्ञता हासिल की। पिछले 36 वर्षों के दौरान समय-समय पर उनके फीचर ‘पंजाबी ट्रिब्यून’ में प्रकाशित होते रहे हैं.

उन्होंने प्रख्यात पत्रकार कुलदीप नैयर की आत्मकथा ‘बियॉन्ड द लाइन्स’ (अजोके भारत दी अनकही दास्तान) और ‘स्कूप’ (खास खबर) समेत चार पुस्तकें अंग्रेजी से पंजाबी में अनुवादित की हैं.

अरविंदर पाल ने रॉ के पूर्व प्रमुख ए.एस. दुल्लत की पुस्तक ‘कश्मीर : द वाजपेयी ईयर्स’ का भी अनुवाद किया। इसके पंजाबी अनुवाद ‘कश्मीर दी दास्तान’ को चंडीगढ़ साहित्य अकादमी द्वारा वर्ष 2019 की सर्वश्रेष्ठ अनुवादित पुस्तक का पुरस्कार दिया गया. उन्होंने प्रख्यात कलाकार ओम पुरी की पत्नी नंदिता सी. पुरी द्वारा लिखी जीवनी ‘अनलाइकली हीरो : ओम पुरी’ (जिंदगी द नायक: ओम पुरी) का अनुवाद भी किया.

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