जमशेदपुर।

बागबेड़ा के रोड नंबर चार स्थित दुर्गा पूजा कमिटी के दो गुटों का विवाद थमता नहीं दिखता। दोनों ही गुटों के समर्थकों के बीच सोशल मीडिया से लेकर अखबारों तक बयानों की वार तेज है। मंगलवार को श्रीश्री सार्वजनिक दुर्गा पूजा कमिटी के लाईसेंसी गुट ने स्थानीय जिला पार्षद के विरुद्ध लिखित शिकायत एसएसपी तक पहुंचाया है। लाईसेंसी पवन ओझा एवं नवनियुक्त अध्यक्ष अनिल सिंह ने हस्ताक्षरित ज्ञापन सौंपकर कविता परमार पर राजनीतिक फ़ायदे के लिए पूजा कमिटी में विवाद कराकर माहौल खराब करने का आरोप लगाया है।

शिकायत में कहा गया है की कविता परमार षड्यंत्र रच रही हैं और उनकी मंशा पूजा कमिटी पर गलत तरीके से कब्जा करने की है। इसके लिए विधि द्वारा प्राप्त शक्तियों और प्रशासनिक, राजनीतिक परिचय का नजायाज़ इस्तेमाल कर रही हैं। इसके लिए वे चंद बाहरी एवं कुछ स्थानीय महिलाओं की गुट बनाकर माहौल तनावपूर्ण बनाने के लक्षित उद्देश्य से पूजा आयोजन में अनावश्यक विघ्न-व्यवधान उत्पन्न कर रही हैं। फेसबुक, समाचार माध्यमों द्वारा लाईसेंसी पूजा कमिटी के विरुद्ध भ्रामक और मिथ्या आरोप प्रेषण कर के आयोजन कमिटी के मान, प्रतिष्ठा हनन करने का कुचक्र रच रही हैं।

शिकायत में बताया गया है की कविता परमार गुट द्वारा लगाये आरोपों से न केवल मानहानि हो रही है, बल्कि जानबूझकर आस्था एवं धार्मिक भावनाएं भी आहत किये जा रहे हैं। लाईसेंसी पवन ओझा और अध्यक्ष अनिल सिंह ने लिखित शिकायत में बताया है की कविता परमार एवं उनके कुछ समर्थक पूजा कमिटी से जुड़े सदस्यों को महिला उत्पीड़न के फ़र्ज़ी मुकदमे में फंसाने की धमकियां दे रहे हैं, जिसपर स्थानीय थाना और प्रशासन को निगरानी रखनी चाहिये। बताया गया है की बागबेड़ा के ग्रामीणों की उपस्थिति में नियमसंगत तरीके से पुरानी कमिटी को भंग किया गया एवं बतौर नये अध्यक्ष अनिल सिंह के नाम पर सहमति बनी है।

इन प्रस्तावों पर सर्वसम्मति से बागबेड़ा के 167 ग्रामीणों एवं पूजा कमिटी से जुड़े सदस्यों ने हस्ताक्षर कर के सहमति दिया है। मुख्यमंत्री के शहर में होने के कारण हालांकि मुलाकात नहीं हो सकी है, लेकिन ज्ञापन उनके कार्यालय को सौंपा गया है। लाईसेंसी गुट ने कहा की किसी को पूजा करने से रोका नहीं गया है लेकिन मनमानी करने की छूट भी किन्ही को नहीं मिलने वाली। कोई केवल महिला होने का लाभ उठाकर षड्यंत्र रचे यह अशोभनीय है।

हम देवी आराधना करने वाले लोग हैं। नारी अस्मिता की रक्षा करना जानते हैं। किंतु यह भी जरूरी है की कुछ लोग अपने हदों में रहें और गरिमा न लांघे। पवन ओझा ने कहा की प्रशासन शीघ्र इस प्रकरण में हस्तक्षेप करे ताकि मामले का पटाक्षेप हो। अस्वस्थ्य माहौल में पूजा की तैयारियां मुमकिन नहीं। समय रहते सही और गलत का निर्णय किया जाए ताकि भूमि पूजन एवं अन्य तैयारियां प्रारंभ हो सके।

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