फतेह लाइव, रिपोर्टर.
फतेह लाईव के एक साक्षातकार के द्वारा मैं ए आर कैलाश जनता जनार्दन से एक सवाल पूछना चाहता हूँ कि क्या कोई भी मरीज जिन्दगी और मौत से लड़ रहा हो और उसे ब्लड/रक्त (BLOOD) की आवश्यकता हो तो मरीज या मरीज के परिवार वाले कहते हैं कि मुझे हिन्दू का ही ब्लड ( BLOOD) चाहिए. मगर इस देश में किसी बाहरी शक्ति के द्वारा फूट डालो और राज करो पद्धति से राज करने की ओर अग्रसर है. कृपया अफवाहों से एवं परिवार वाद से दुर देश की एकता-अखंडता को बनाये रखने के लिए जात पर न पात पर बटन दबायें. ईवीएम के पूर्वी- पश्चिम विधान सभा के एक नम्बर बटन सह एक नम्बर पार्टी को विजय बनावें, क्योंकि शिक्षित एवं बुद्धिजीवियों लोगों को समझ में आ गया है कि देश को बंटने नहीं देंगे. यह बहुत-बहुत ही अशोभनीय सा लगता है कि “बंटोगे तो कटोगे. इस प्रकार के सलोगन देश का विभाजन सा लगता है और यह राष्ट्र हित के लिए घातक है. ऐसे सोच की मैं तीव्र निन्दा करता हूं. कांग्रेस के सलोगन है “पढ़ोगे तो बढोगे” और “एक रहेंगें तो नेक रहेंगे.
निवेदक
*ए आर कैलाश, वरिष्ठ कांग्रेसी एवं जिला सचिव, पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमिटी*