फतेह लाइव, रिपोर्टर
पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता जी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए अमित शाह द्वारा बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर पर की गई अपमानजनक टिप्पणी की कड़ी आलोचना की हैं. पूर्व मंत्री ने कहा कि देश के संविधान को बदलने को आतुर भाजपा ने साबित कर दिया कि वो संविधान को नहीं मानती और संविधान बदलने के लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं. पूर्व भाजपा अध्यक्ष एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सिर्फ बाबा साहब अम्बेडकर का अपमान ही नहीं किया बल्कि देश के संविधान निर्माता और एक महान पुरुष का भी अपमान किया है. उन्होंने कहा कि अमित शाह के बयान से भाजपा के दलित और पिछड़ा विरोधी नीति का सच सामने आ गया हैं. बाबा साहब अंबेडकर ने सिर्फ संविधान का निर्माण नहीं किया बल्कि हर शोषित, वंचित और गरीबों के लिए भी देश में भूमिका और हिस्सेदारी तय की. उन्होंने हर जाति और धर्म को सम्मान दिलाया.
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उन्होंने देश को सामाजिक एकता एवं समरसता के सूत्र में पिरोया लेकिन देश को बाँटने वाली, गंगा जमुना मजहबी संस्कृति को खत्म करने को आतुर भाजपा ने बाबा साहब का अपमान कर पूरे देश की संवैधानिक व्यवस्था का अपमान करने का कार्य किया हैं जिससे भाजपा की पिछड़ा विरोधी सोच सामने नजर आ रही हैं. उन्होंने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के सामने अमित शाह को खडे होकर माफी मांगना चाहिए और अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए.