फतेह लाइव, रिपोर्टर।












इंडिया गठबंधन के आह्वान पर राष्ट्रव्यापी आंदोलन के तहत भाजपा सरकार के तानाशाह के खिलाफ महाधरना-प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार को उपायुक्त कार्यालय जमशेदपुर के समक्ष आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष आनन्द बिहारी दुबे ने की।
गठबंधन दल के नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार ने लोकतंत्र के खिलाफ किये गए आचरण के तहत संसद के दोनों सदनों से 146 सांसदों को निलंबित कर दिया। वक्तागणों ने कहा कि निलंबन की घटना लोकतंत्र को कमजोर करने वाली घटना है। संसद को ऐन-केन प्रक्रेन मोदी जी ने हड़प लिया है। कोई ना कोई बहाना बना कर पर्दे के पीछे से लोकतंत्र के गरिमा को तार-तार करवा रहें है।
ये घिनौना खेल भारतीय जनता पार्टी पर्दे के पीछे से रच रही है। भारत में लोकतंत्र और संविधान ही सर्वोपरी है। जिसकी हत्या बढ़चढ़कर मोदीजी के अगुवाई में बार बार की जा रही है। सबसे आश्चर्यजनक बात है कि भाजपा के सभी सांसद मोदी के गलत कृत्य और निर्णयों का प्रतिकार तक नहीं करते। सभी के सभी सर झुकाकर सभी मुद्दो पर खामोश रहतें है।
अब इंडिया गठबंधन ने निर्णय ले लिया है कि हम सभी जनता के बीच पहुँच कर लोकतंत्र के रक्षार्थ आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को करारा जवाब दिया जाएगा।
संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब कांग्रेस नेता सांसद राहुल गाँधी का मिमिक्री और उपहास करतें है, तो वे सभी गरिमाओं को ताक पर रखते हैं। इतना ही नही केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के पुत्र का करोडों का कालाधन उगाही का वीडियो आने का मामला रफा दफा करवाते है। महिला पहलवान बेटी के साथ अन्याय करने वाले भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को भी बचा लेते है।
घोर अनर्थ करने के लिए पहले विपक्षी सांसदों को निलंबित कराते है और ऐन-केन प्रक्रेन ताबडतोड संसद से बिल पास करवाते है। कहीं लोकतंत्र में ऐसा होता है क्या? कदाचित नही। सभी वक्ता नेतागणों ने जनता से अपील किया कि अगामी लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के साथ जुडें और लोकतंत्र को बचाने के अभियान में साथ दें।
कार्यक्रम में कांग्रेस जिलाध्यक्ष आनन्द बिहारी दुबे, झामुमो जिलाध्यक्ष रामदास सोरेन, माले के ओमप्रकाश सिंह, आप पार्टी अध्यक्ष गणपति करूवा, सीपीआई के शशी कुमार, अम्बुज ठाकुर, आरजेडी अध्यक्ष सुभाष यादव, जेडीयू के नेतागण शामिल हुए।
इसकेे अलावा रामाश्रय प्रसाद, राकेश तिवारी, राजकिशोर यादव, ब्रजेन्द्र तिवारी, संजय सिंह आजाद, के के शुक्ल, कमलेश कुमार पाण्डेय, अशोक सिंह, रमेश पाण्डेय, धर्मेन्द्र सोनकर कार्यकारीअध्यक्ष, रजनीश सिंह, शफीअहमद खान, रियाजुद्दीन खान, गुरदीप सिंह, जसवंत सिंह जस्सी, रामदरस चौधरी, जितेंद्र अमित, जोगेंद्र सिंह यादव, अरुण कुमार अमित, इंतखाब, सीताराम चौधरी, पुनीता चौधरी, रविंदर शर्मा, मोहम्मद शब्बीर उर्फ लाल बाबू मोहम्मद, सलीम, अमर कुमार मिश्रा, ज्योति मिश्रा, रेनू मिश्रा, सुरेंद्र शर्मा, आनंद, बम बम प्रसाद, सोहेल खान, संजय यादव, अब्दुल सलीम खान, चिन्ना राव, अली राजा खान, कौशल प्रधान, धीरज कुमार, श्रीनाथ अमित, सागेन पूर्ति, शेख बदरुद्दीन, प्रमोद लाल, बीर सिंह सुरीन, प्रीतम हेंब्रम, शंकर चंद हेंब्रम, मनोज यादव, कमलजीत कौर गिल, कन्हैया यादव, बबन यादव, कृष्ण यादव, बाल्ही मार्डी, नीता सरकार, अपर्णा गुहा, विनीत मिश्रा, शंभू, अमित गांधी, राजू वर्मा, भारत सिंह, चरणपाल सिंह, मनोज कुमार सिंह, रईस रिजवी छब्बन, अनीता पांडे, सना परवीन, शबाना परवीन, रजनी चावला, फरहत परवीन, पवन कुमार बबलू, अजय मंडल कुमार गौरव, ठाकुर अरुण सिंह, रीता शर्मा, रानी राव, शाहनवाज खान, रश्मि, सूरज मुंडा, नारायण डे, सोनू बेहरा, अनंतो कर्मकार, शशि सिंह, गिरधारी विनय अधिकारी लखन सिंह, हरि श्यामल, आशीष ठाकुर, मुन्ना मिश्रा, अनिरुद्ध पूरी, संजय घोष, रणजीत अमित, रणजीत राम, सुदर्शन तिवारी, प्रभात रंजन श्रीवास्तव, पवन बिहारी ओझा, रामाकांत करुवा, सुशील घोष, अमरपाल सिंह, सरोज पांडे, अभय पांडे, कृष्णा पांडे, इंद्रजीत सिंह, प्रसनजीत सिंह, सनी सिंह, निखिल तिवारी, सचिन कुमार सिंह, राजेश कुमार, सतीश कुमार, संध्या दास, सहित काफी संख्या में कार्यकर्तागण शामिल हुए। अंत में राष्ट्र गान जन गन मन गाकर कार्यक्रम समाप्त की गई।