249799 केस का हुआ निष्पादन व 6 करोड़ 90 लाख रुपए की राजस्व प्राप्ति हुई
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
झालसा रांची के कार्यकारी अध्यक्ष सह झारखण्ड उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति माननीय सुजीत नारायण प्रसाद ने राज्य में 8 मार्च शनिवार को आयोजित नेशनल लोक अदालत का ऑनलाईन उद्घाटन किया. मौके पर झालसा के कार्यकारी अध्यक्ष न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद ने कहा कि पूरे भारत वर्ष में आज नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में झारखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार रांची के तत्वाधान में झारखण्ड राज्य के सभी जिला विधिक सेवा प्राधिकारों द्वारा 8 मार्च को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया है.
न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद ने शनिवार को प्रातः 10:30 बजे झालसा रांची के प्रांगण में इसका विधिवत उद्घाटन कर नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ किया, जिसका ऑनलाइन प्रसारण जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय के लोक अदालत हॉल में भी किया गया. कार्यक्रम के दौरान झालसा एवं राज्य के सभी जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा अंतराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन भी किया गया.
नेशनल लोक अदालत में 249799 केस का निष्पादन व 6 करोड़ 90 लाख रुपए की राजस्व प्राप्ती हुई
जमशेदपुर सिविल कोर्ट में शनिवार को आयोजित नेशनल लोक अदालत में रिकार्ड कुल 2,49,799 मामलों का निष्पादन किया गया. इस दौरान 6 करोड़ 9 लाख 96 हजार 453 रूपये की राजस्व की प्राप्ति हुई. मामलों के निष्पादन के लिए जमशेदपुर सिविल कोर्ट में न्यायिक पदाधिकारियों की 12 बेंच एवं घाटशिला अनुमंडल कोर्ट में कुल तीन बेंच का गठन किया गया था. नेशनल लोक अदालत में वाहन दुर्घटना, बीमा क्लेम से जुड़े एक मामले में ओरियंटल इंशयूरेंस कंपनी की ओर से पीड़ित पक्ष राज कुमार सिंह को 16 लाख 34 हजार 141 रुपए का चेक मुहैया कराया गया.
उक्त चेक प्रधान जिला जज माननीय अनिल कुमार मिश्रा द्वारा उन्हें सौंपा गया। नेशनल लोक अदालत में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्रा, कुटुम्ब न्यायालय के न्यायाधीश अजीत कुमार सिंह , स्टेट बार कौंसिल के वाईस प्रेसिडेंट राजेश शुक्ला, डालसा सचिव राजेन्द्र प्रसाद, जिला बार संघ के अध्यक्ष आर एन दास, जिला बार संघ के महासचिव राजेश रंजन, बैंक ऑफ इंडिया के डीजीएम के एस बी चंद्रमौली, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के डिप्टी जेनरल मैनेजर देवेश मित्तल सहित अन्य न्यायिक पदाधिकारी गण मौजूद थे. सभी अतिथियों को पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया. वहीं मौके पर अपने संबोधन में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्रा एवं स्टेट बार कौंसिल के वाईस प्रेसिडेंट राजेश कुमार शुक्ला ने उपस्थित पक्षकारों को लोक अदालत के माध्यम से त्वरित न्याय पाने का एक बेहतर मंच बताया. उन्होंने इसका अधिक से अधिक लोगों को लाभ लेने की अपील की. इससे पहले मंच पर मौजूद सभी अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर नेशनल लोक अदालत का विधिवत उद्घाटन भी किया गया.
नेशनल लोक अदालत के साथ साथ व्यवहार न्यायालय कैम्पस व जज कोलनी में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस समारोह भी मनाया गया. इस दौरान कार्यक्रम को सफल बनाने में कोर्ट स्टाप, डालसा स्टाप, पैनल लॉयर्स, पीएलवी आदि की अहम भूमिका रही.
नेशनल लोक अदालत में मध्यस्थता के तहत बिछड़े दंपती एक दूजे के हुए
जमशेदपुर में पारिवारिक न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश की अदालत में पति पत्नी के बीच चल रहे एक वाद को मध्यस्थता के तहत नेशनल लोक अदालत में बिछड़े हुए दंपती को मिलाने का काम किया गया. उक्त दंपती का नाम शिला कुमारी व अभय अपूर्वा है. दोनों का विवाह दिनांक 11.11.2018 को राम मंदिर, टेल्को में हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार संपन्न हुआ था और बाद में उसी विवाह को दिनांक 27.02.2019 को विवाह प्रमाण पत्र संख्या 95/2019 के तहत विवाह अधिकारी, जमशेदपुर के समक्ष पंजीकृत भी किया गया था. उक्त दंपती शादी करने से पूर्व एक तलाकशुदा था और दूसरा विधुर था. उक्त विवाह दोनों परिवार के सदस्यों की सहमति के बाद तय किया गया था, लेकिन कुछ दिनों में ही पति पत्नी के बीच विवाद उत्पन्न हो गया और दानों अलग रह रहे थे और फैमिली कोर्ट में केस चल रहा था. इस नेशनल लोक अदालत में दोनों पति पत्नी आपसी मतभेद भूलकर एक साथ रहने का संकल्प लिया. इस दौरान दोनों ने एक दूसरे को माला पहनाया और मुंह मीठा किया.