जमशेदपुर.
सिख समाज के साथ साथ अन्य समुदाय के लोगों का इलाज करने वाले साकची निवासी डॉ मंगल सिंह (79 वर्ष) की मंगलवार दोपहर अंतिम शव यात्रा निकाली गई. मंगलवार सुबह 4 बजे निधन हो गया था. पिछले एक साल से ज्यादा समय से वो घर पर ही बिस्तर में थे. उनके निधन पर उनके पुत्र सरदार हरविंदर सिंह जो कि कल ही हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिये गये थे. देहांत की सूचना पर आधे रास्ते से लौट आये, जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया. आवास से साकची गुरुद्वारा में अरदास उपरांत भुईयांडीह स्वर्णरेखा घाट में उनकी मृत देह को अग्निभेंट किया गया.
हरविंदर सिंह ने बताया कि दिनांक दो जून को उनके निवास स्थान पर अखंड पाठ की आरम्भता होगी. उसके बाद 4 जून को अखंड पाठ की समाप्ति के बाद गुरुद्वारा साहिब साकची में कीर्तन और अंतिम अरदास होगी. उसके बाद गुरु का लंगर संगत के बीच वरतेगा.
आज उनकी अंतिम यात्रा में भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता एवं वरिष्ठ नेता सरदार अमरप्रीत सिंह काले, पूर्व विधायक सह भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़गी, झारखंड प्रदेश गुरुद्वारा कमिटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह,सीजीपीसी के प्रधान सरदार भगवान सिंह, आग़ाज़ संस्था के संस्थापक अध्यक्ष इंदरजीत सिंह, साकची गुरुद्वारा के प्रधान निशान सिंह, परमजीत सिंह काले, सुरजीत सिंह छिते, सेंट्रल सिख नौजवान सभा के प्रधान सतवीर सिंह गोलड़ू, गुरुचरण सिंह बिल्ला, सुरेन्द्र सिंह शिंदे, स्त्री सत्संग सभा की चेयरमैन बीबी कमलजीत कौर, जगतार नागी, सतप्रीत सिंह, अमनजोत सिंह, राजवीर भाटिया, बलबीर सिंह बबलू, श्याम भाटिया एवं समाज के कई गणमान्य लोग शामिल होकर परिवार को सांत्वना दी. ज्ञात हो कि डॉ मंगल सिंह साकची गुरुद्वारा साहिब में लंबे समय तक मरीज़ों का निःशुल्क इलाज की सेवा करते रहे. वह नगर कीर्तन में भी लगभग 20 वर्षों तक अपनी गाड़ी से मेडिकल की सेवा निभाते थे. जब उम्र के साथ शरीर ने साथ देना छोड़ा. तब तक भी वे जरूरतमंदों की सेवा करते रहे.