फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर में साकची गुरुद्वारा के प्रधान पद की कुर्सी की लड़ाई हर हदें पार कर चुकी है. सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने 22 अप्रैल रविवार को चुनाव कराने की घोषणा की है.
सीजीपीसी ने चुनाव कराने को लेकर पांच सदस्यीय चुनाव समिति बनाई थी. इसमें वरीय उपाध्यक्ष नरेंद्रपाल सिंह भाटिया, अमरजीत सिंह भामरा, परविंदर सिंह सोहल लखविंदर सिंह, सुरजीत सिंह हैं. सीजीपीसी से जारी प्रेस विज्ञप्ति अनुसार 22 जून को होने वाले चुनाव की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है.
इसके अनुसार सेंट्रल गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान भगवान सिंह ने देते हुए बताया कि सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक वोट डाले जाएंगे. उसके बाद मतगणना की जाएगी एवं जीतने वाले प्रत्याशी को विजय घोषित किया जाएगा.
साकची गुरुद्वारा प्रधान पद के चुनाव में उम्मीदवार हरविंदर सिंह मंटू को उगता हुआ सूरज, परमजीत सिंह काले को तराजू एवं जसबीर सिंह गांधी को पेन छाप आवंटित किया गया है.
दूसरी ओर इस प्रकरण को लेकर अगर देखा जाये तो निशान सिंह और सीजीपीसी प्रधान भगवान सिंह आमने सामने हैं. भगवान सिंह ने फतेह लाइव को बताया कि चुनाव साकची गुरुद्वारा के परिसर में होगा. इसके लिए साकची गुरुद्वारा में आवेदन दिया गया था. उन्होंने रिसीव नहीं किया. आज तक उनके द्वारा कोई भी पत्र रिसीव नहीं किया गया है. एसडीओ को भी चुनाव को लेकर अलग से आवेदन दिया गया है.
वहीं निशान सिंह ने कहा कि साकची गुरुद्वारा का चुनाव संविधान के अनुसार हो चुका है. जिला प्रशासन को इसकी जानकारी दे दी गई है. हमारी कमेटी भी बन चुकी है और गुरु घर के काम सुचारु रूप से चल रहे हैं.
उन्होंने सीजीपीसी पर कटाक्ष करते हुए यह भी कहा कि यह चुनाव सीजीपीसी का हो रहा है. वह सेंट्रल गुरुद्वारा में कराएं. उन्हें किसी ने नहीं रोका है. बाकी रही बात साकची की संगत में दो फाड़ नहीं करें. उन्हें लड़ाई झगडे में नहीं डालें. यही उनकी राय है.
दूसरी ओर हरविंदर सिंह मंटू का खेमा चुनाव को लेकर जहां उत्साहित है और संगत को मतदान के लिए जागरूक कर रहे हैं. वहीं निशान सिंह खेमे में दोबारा गए सतबीर सिंह गोलडू समेत अन्य भी इस प्रकरण पर बयान दे रहे हैं. जोगिंदर सिंह जोगी भी संगत को मतदान के लिए अपील कर रहे हैं. कुल मिलाकर रविवार का दिन साकची की संगत पर भारी पड़ने वाला है, जिसे अपना फैसला लेना है और विवाद को समाप्त करने में भूमिका निभानी पड़ेगी.
वहीं सीजीपीसी की चुनावी प्रक्रिया में शामिल उम्मीदवार परमजीत सिंह काले और जसबीर सिंह गांधी मैदान से पूरी तरह बाहर दिख रहे हैं. काले शहर में ही नहीं हैं, लेकिन सोशल मीडिया में निशान सिंह के कार्यों की तारीफ के गुणगान कर रहे हैं, जो जाहिर करता है कि वह भी सीजीपीसी की प्रक्रिया के बरखिलाफ हैं.