फ़तेह लाइव,डेस्क  

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों को धर्म पूछकर गोली मार दी थी. इस कायराना हमले में आतंकियों ने सिर्फ पुरुषों को निशाना बनाया था और महिलाओं को ये कहकर छोड़ दिया था कि जाओ जाकर पीएम मोदी को बता देना… आतंकियों की इस हिमाकत से पूरे देश में गुस्सा था. लेकिन अब भारत ने इस घटना के 15 दिन के भीतर ‘ऑपरेशन सिंदूर ‘ के जरिए इस हमले का बदला ले लिया है.

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पहलगाम की बैसरन घाटी का वो भयावह मंजर भला कौन भूल सकता है, जहां एक नवविवाहित महिला अपने पति के शव के पास बैठी बिलख रही थी. उसने रोते हुए कहा था कि आतंकियों ने उसके पति से धर्म पूछकर उसे मार दिया. जब मैंने कहा कि मुझे भी मार दो तो उसने कहा तुम्हें नहीं मारेंगे, जाओ जाकर मोदी को बता दो. इस आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई थी. इसके बाद से पूरे देश में गुस्सा था.

आतंकी हमले के 15 दिन बाद ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च हुआ. इसका ‘सिंदूर’ नाम कितना सटीक है, इसे समझिए, कि उस सिंदूर का बदला है जो नई नवेली ब्याहताओं के माथे से पोंछ दिया गया था. ये उसी सिंदूर का बदला है, जिसे आतंक ने उजाड़ दिया था. ये उसी सिंदूर का बदला है, जिसे सुहाग के खून से धोने की कोशिश की गई थी…

ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम हमले में मारे गए उन 26 लोगों को सच्ची श्रद्धांजलि है, जो आतंक की कायराना हरकत का शिकार बने थे.  ऑपरेशन सिंदूर उन सभी सिसकियों और और बहते हुए आंसुओं को पोछने का जरिया है, जो सिसकियां 15 दिनों से बंद नहीं हुई थीं और जो आंसू बह-बहकर गालों पर सूखी रेखा बना चुके थे.

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