फतेह लाइव रिपोर्टर
भारत और इंग्लैंड के बीच रांची में 23 फरवरी को आयोजित होने वाले चौथे टेस्ट मैच पर आतंकी खतरा मंडरा रहा है। खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कथित रूप से रद्द करने की धमकी दी है। इस धमकी के मिलते ही पुलिस एक्शन मोड में आ गई है और धुर्वा थाने में प्राथमिक दर्ज कर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
बता दें कि भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट मैच 23 फरवरी से रांची के ‘जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम कॉम्प्लेक्स’ में शुरू होगा।
बताया जाता है कि उससे पहले ही रद्द करने की धमकी मिली है।भारत और इंग्लैंड के बीच चौथे टेस्ट क्रिकेट मैच को रद्द करने की धमकी देने वाला और कोई नहीं ब्लकि खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू है।
अधिकारियों के मुताबिक गृह मंत्रालय द्वारा आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध किए गए पन्नू ने प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) (माओवादी) से सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो के माध्यम से क्रिकेट मैच को बाधित करने की अपील की है।
भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट मैच 23 फरवरी से रांची के ‘जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम कॉम्प्लेक्स’ में शुरू होगा।
हटिया के पुलिस उपाधीक्षक पी के मिश्रा ने संवाददाताओं से कहा, ‘आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू ने भारत और इंग्लैंड की टीम को रांची में मैच रद्द करने की धमकी दी है. उसने भाकपा (माओवादी) से भी मैच में बाधा पहुंचाने की अपील की है ताकि उसे रद्द किया जा सके.’ उन्होंने कहा, ‘उसके खिलाफ आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) अधिनियम के तहत धुर्वा पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है और जांच शुरू कर दी गई है.’ मिश्रा ने कहा कि सुरक्षा बढ़ाने के लिए भी कदम उठाए गए हैं।
खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू 2019 में उस समय से राष्ट्रीय जांच एजेंसी की रडार पर है, जब आतंकवाद विरोधी संघीय एजेंसी ने इस ‘सूचीबद्ध आतंकवादी’ के खिलाफ अपना पहला मामला दर्ज किया था. वह धमकियों और डराने-धमकाने की रणनीति के जरिए पंजाब और देश में अन्य जगहों पर भय और आतंक फैलाने की कोशिश कर रहा है
विशेष एनआईए (राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण) अदालत ने तीन फरवरी, 2021 को पन्नू के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किए गए थे और उसे बाद में ”घोषित अपराधी” करार दिया गया था. एनआईए ने अमेरिका और कनाडा में रह रहे पन्नू पर अपना शिकंजा कसते हुए सितंबर 2023 में गैरकानूनी ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ (एसएफजे) संगठन के स्वयंभू जनरल काउंसिल के पंजाब के अमृतसर और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में स्थित घर और जमीन को जब्त कर लिया था।