फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर के साकची गुरुद्वारा में होने वाले प्रधानगी के चुनाव को लेकर सेंट्रल गुरुद्वारा के पूर्व महासचिव एवं वरीय सिख नेता जसवंत सिंह भोमा ने अपने विचार फतेह लाइव के माध्यम से संगत के सामने रखे हैं. उन्होंने कहा कि साकची गुरुद्वारा कोल्हान के 34 गुरुद्वारों का सेंटर माना जाता है. यहां होने वाले प्रत्येक गुरु घर के समागम या फिर निजी कार्यक्रम शहर की संगत की नजर इस पर बनी रहती है. ऐसे में इन दिनों चुनाव को लेकर यहां जो भी विवाद चल रहे हैं. वह बहुत ही शर्मनाक है. समाज की बदनामी के सिवा इसमें कुछ नहीं.
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निशान सिंह सुलझे हुए व्यक्ति हैं. उन्होंने कुछ अच्छा काम किया है, लेकिन अब जब उनका कार्यकाल समाप्त हो चुका है. विपक्ष ने चुनाव की आग लगा दी है, कई आरोप लगाएं हैं तो पारदर्शिता रखते हुए निशान सिंह को भी हिसाब दे देना चाहिए. वहीं निशान सिंह को भी चाहिए कि वह समय से चुनाव कराएं. आरोप प्रत्यारोप से बचें. बाकी रही चुनाव की बात तो वाहेगुरु की कृपा से संगत जिसे सेवा के लिए चुनेगी उसे सेवा मिल जानी है.
भोमा ने हरविंदर सिंह मंटू की भी सराहना की और उनका पक्ष लेते हुए कहा कि मंटू कि क्षवि संगत के बीच क्या है यह सर्वविदित है. वह समाज के हितैषी हैं, लोगों की मदद करने के लिए जाने जाते हैं. सिख के अलावा बाहरी समाज के कार्यों में भी सक्रिय देखें जाते हैं. इस चुनाव में उन्हें दोबारा मौका मिलना चाहिए तांकि कोरोना के बीच जो काम उन्हें नहीं कर पाने का मलाल रह गया है वह पूरा हो सके. वैसे संगत का रुझान मंटू की ओर देखा जा रहा है, जिस कारण पक्ष के लोग झूठे आरोप लगा रहे हैं और मारपीट की घटनायें कारित कर रहे हैं. इन सब चीजों से समाज को नुकसान ही है और कुछ नहीं?