वार्ड नंबर-9, फैज कॉलोनी मस्जिद लाइन एवं विभिन्न क्रॉस रोड (पेवर्स रोड) का मामला
नगर निगम में टेंडर के खेल में सरकार को खूब लगाया गया चूना, शिडियूल रेट पर बात नहीं बनी तो चेहते ठेकेदारों को (BELOW) रेट में टेंडर देकर भी की गई गाढ़ी कमाई
चरणजीत सिंह.
पूरे झारखंड राज्य में मानगो नगर निगम में इन दिनों सूर्खियों में बना हुआ है. मानगो नगर निगम में हुए विभिन्न टेंडर में अनियमितता की परत दर परत खुलने के बाद भी जिला प्रशासन के वरीय अधिकारी और निगम के अधिकारी इस मामले में मौन बने हुए हैं, जो कि चर्चा का विषय बना हुआ है. फतेह लाइव इससे पूर्व {15वें वित्त आयोग} नगर निगम की योजना में 1.33 करोड़ के टेंडर घोटाले का पर्दाफाश कर चुका है. वह मामले की जांच अभी प्रक्रिया में है कि इधर एक और बड़ी अनियमितता प्रकाश में आई है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर निगम में ई-टेंडर संख्या (UDHD/MMC/20/2023-2024) दिनांक 14 मार्च 2024 को क्रम संख्या-7 की योजना मानगो वार्ड नंबर -9, फैज कॉलोनी मस्जिद लाईन एवं विभिन्न क्रॉस रोड में 21 लाख 49 हजार 660 रूपये में पेवर्स ब्लॉक रोड निर्माण किया जाना था. यह कार्य मानगो निवासी ठेकेदार तरुण कुमार ने अपनी फार्म पीएम कंस्ट्रक्शन के नाम से 21.97 प्रतिशत (BELOW) में प्राप्त किया, जिसका मूल्य 16 लाख 69 हजार 641 रूपये होता है.
मगर ठेकेदार ने नगर निगम के अधिकारियों से मिलीभगत कर 18 सौ स्क्वायर मीटर की जगह 898 स्क्वायर मीटर कार्य को किया गया और इस कार्य योजना को सौ फीसदी पूर्ण नहीं किया. वहीं, एमबी में कार्य को सौ प्रतिशत पूर्ण दर्शाकर के पूरी राशि की निकासी कर ली गई. यह मामले की शिकायत फतेह लाइव को मिली. लोगों ने बताया कि योजना में अंकित मेन रोड का कार्य करके सात विभिन्न ब्रांच रोड में सिर्फ दो रोड का कार्य ठेकेदार के द्वारा किया गया है, जबकि अन्य ब्रांच सड़कों में काम हुआ ही नहीं है. फतेह लाइव की टीम यह सत्यता की जांच करने शनिवार को मौके पर पहुंची, जहां लोगों की शिकायत सही पाई गई. जीपीएस कैमरा से उक्त स्थल की फोटो भी खबर के साथ संलग्न की जा रही है. जब इसकी जांच की गई तो पता चला कि स्टीमेंट का 50 प्रतिशत कार्य को ठेकेदार के द्वारा पूरा किया गया है. बाकी पेपर में ही पूर्ण दिखाकर पूरी योजना के पैसे की निकासी कर ली गई है. सूत्रों के अनुसार मेजरमेंट बुक (एमबी) में अगल बगल की पेवर्स से बनी हुई रोड को दर्शाया गया है.
पूर्व में यही ई-टेंडर जब हुआ था रद्द, फतेह लाइव ने ही किया था खुलासा
नगर निगम में गत 24 फरवी 2024 को (UDHD/MMC/17/2023-2024) क्रम संख्या – 16 के लिए रविवार छुट्टी के दिन 24 फरवरी को शिडियूल में काम बांटे जाने का खेल नगर निगम के सामने डीएमसी सुरेश यादव के द्वारा रचा गया था. उस वक्त वहां ठेकेदारों के बीच हंगामा हो गया था, जिसका खुलासा तब फतेह लाइव ने लाइव वीडियो के साथ किया था. डीसी के संज्ञान में यह मामला आने के बाद टेंडर को रद्द कर री-कॉल किया गया. जिसके बाद ई-टेंडर संख्या (UDHD/MMC/20/2023-2024) दिनांक 14 मार्च 2024 को हुआ. सूत्रों के अनुसार यह टेंडर मैनेज का स्थान डीएमसी का आवास था.
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार मानगो नगर निगम में पीएम कंस्ट्रक्शन (तरुण कुमार) जो कि मानगो क्षेत्र में ही निवास करते हैं. उनकी और तीन योजनाओं का (कार्य) जो कि एमबी में पूर्ण दर्शाकर बिल प्रोसेस में किया गया है. इसकी सघन जांच करने से इसमें भी गड़बड़ी की आशंका है. क्रम संख्या-7 की योजना मानगो वार्ड नंबर -9, फैज कॉलोनी मस्जिद लाईन एवं विभिन्न क्रॉस रोड का जो भी अतिरिक्त राशि भुगतान हुई है, ठेकेदार से रिकवरी की जा सके, जिससे जनता की गाढ़ी कमाई का सदुपयोग किया जा सके. बहरहाल, फंड का बंदरबांट नगर निगम के वरीय अधिकारी से लेकर जेई, एई तक हुआ है.
16 दिन बाद भी पूरी नहीं हुई जांच, आरोपियों को बचाने का दिया जा रहा पूरा समय
मानगो नगर निगम में 1.33 करोड़ की योजना का बंदरबांट किये जाने की खबर फतेह लाईव में 22 अक्टूबर को प्रकाशित की गई थी. खबर छपने के बाद मानगो नगर निगम में खलबली मची. डीसी अनन्या मित्तल ने 24 अक्टूबर को ही एक जांच टीम का गठन किया, जिसमें एडीसी और जिला परिषद के जिला अभिंयता नकुल ठाकुर को अधिकृत करते हुए जांच का आदेश दिया. अब 16 दिन बीत जाने के बाद भी जांच टीम किसी निष्कर्ष तक नहीं पहुंची है. जिसका नतीजा यह हो रहा है कि घोटाले में शामिल पदाधिकारी खुद को बचाने के लिए हर किस्म की जुगत भिड़ा रहे हैं. जिन योजना स्थल में गड़बड़ी मिली है, वहां काम कराकर गड़बड़ी को ढंकने का कार्य किया जा रहा है. इससे यह कहा जा सकता है कि आरोपियों पर मेहरबानी बरसाई जा रही है. इस पूरे प्रकरण में डीएमसी सुरेश यादव ने कहा था कि उनका कुछ लेना देना नहीं है, लेकिन मानगो नगर निगम के सरपरस्त होने के नाते इतनी बड़ी गड़बड़ी की विभागीय जांच तक उन्होंने कराना उचित नहीं समझा और तो और घोटाले में लापीपोती करने का प्रयास किया जा रहा है, जो पिछले दिनों देखा भी गया, कि मानगो नगर निगम के दो सौ सफाई कर्मियों, तीन जेसीबी को लगाकर कार्य को पूर्ण करने की साजिश रची गई थी.
तब मामला डीसी और पश्चिमी प्रत्याशी सरयू राय के पास पहुंचा था. तब काम को रोक दिया गया था. फतेह लाइव में यह तथ्य प्रकाशित हुआ था. ज्ञात हो कि डीएमसी सुरेश यादव 30 नवंबर तक ही मानगो नगर निगम में सेवा देंगे. उसके बाद फिर ये जल संसाधान विभाग में बाकी बचे हुए दिन उसी विभाग में पूर्ण करेंगे. 31 जनवरी को सेवानिवृत्त हो जाएंगे. बहरहाल, नगर निगम में ऐसी विभिन्न योजनाओं में बंदरबांट धड़ल्ले से हुआ है. शीघ्र ही फतेह लाइव में अगला भाग सामने लाया जाएगा. साथ ही मामले की शिकायत पीएमओ, झारखंड की मुख्य सचिव से भी की जाएगी.
मंत्री बन्ना गुप्ता और सांसद का भी सम्मान नहीं
नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा प्रदत्त निधि क्रियान्वित मानगो नगर निगम अंतर्गत वार्ड नंबर-9, फैज कॉलोनी मस्जिद लाइन एवं विभिन्न क्रॉस रोड में पेवर्स ब्लॉक पथ निर्माण के कार्य का शिलान्यास/उदघाटन मंत्री बन्ना गुप्ता और सांसद विद्युत वरण महतो के सौजन्य से किया गया था. उनका भी सम्मान नहीं रखा गया. नगर निगम के अधिकारियों के हिम्मत की यह भी दाग देनी पड़ेगी कि इतनी बड़ी गड़बड़ी करके बेखौफ कार्य स्थल पर मंत्री और सांसद के नाम का बोर्ड लगा रखा है.
दो दिन पूर्व मुझे मानगो नगर निगम से उपलब्ध कराए गए हैं अभिलेख
डीसी की ओर से एडीसी सर और मुझे जांच का जिम्मा दिया गया है. उसके आलोक में मानगो नगर निगम से उप नगर आयुक्त से उक्त टेंडर से संबंधित योजना का प्राक्लन, एकरारनामा और मापी पुस्त (मेजरमेंट बुक) मांगी गई थी. दो दिन पूर्व ही नगर निगम ने वह उपलब्ध कराई है. अभी चुनाव कार्य भी तेज हो गया है. इस मामले की जांच की जाएगी. अगर मामला सही पाया गया तो रिपोर्ट में उसका उल्लेख किया जाएगा. किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. नकुल ठाकुर, जिला अभियंता, जिला परिषद.