फतेह लाइव, रिपोर्टर.
ओबीसी रेलवे कर्मचारी संघ दक्षिण पूर्व रेलवे के महासचिव कृष्ण मोहन प्रसाद ने रविवार को जमशेदपुर के बागबेड़ा में निर्माणाधीन मल्टी डिस्प्लीनियरी ट्रेनिंग सेंटर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के पश्चात उन्होंने बताया कि उक्त मल्टी डिसीप्लिनरी ट्रेनिंग सेंटर का निर्माण कार्य जनवरी 2025 तक पूर्ण हो जाना था परंतु आज के निरीक्षण से यह ज्ञात हुआ है, कि इस कार्य के पूरा होने में मई 2025 तक का समय लग सकता है।
प्रसाद ने बताया कि उक्त मल्टी डिसीप्लिनरी ट्रेनिंग सेंटर का समय से निर्माण कार्य का पूर्ण हो जाना रेल कर्मचारियों के गुणात्मक प्रशिक्षण के लिए अति आवश्यक है। प्रसाद ने बताया कि लगभग पौने दो करोड़ की लागत से बनने वाली उपरोक्त मल्टी डिसीप्लिनरी ट्रेनिंग सेंटर चक्रधरपुर रेलवे मंडल के विभिन्न विभागों के रेलवे कर्मचारियों के प्रशिक्षण के लिए आधार स्तंभ का काम करेगा।
उन्होंने बताया कि आज के इस वैज्ञानिक युग में तकनीक का जितनी महत्व है, उतना ही कर्मचारियों के गुणात्मक प्रशिक्षण का भी महत्व है। प्रशिक्षित कर्मचारियों की कार्य शक्ति का सदुपयोग करने के लिए गुणात्मक प्रशिक्षण अति अनिवार्य है। प्रसाद ने बताया कि चक्रधरपुर रेलवे मंडल लदान के मामले में पूरे भारतवर्ष का एक अति महत्वपूर्ण रेलवे मंडल है। परंतु विगत दिनों ग्रुप परिचालन विभाग के ग्रुप डी कर्मचारियों के प्रशिक्षण के लिए मंडल मुख्यालय में संचालित ट्रैफिक ट्रेनिंग सेंटर को चक्रधरपुर रेलवे मंडल मुख्यालय से हटाकर जोनल ट्रेंनिंग सेंटर
सीनी में मर्ज कर दिया गया। परिणाम स्वरूप ऑपरेटिंग विभाग के ग्रुप डी कर्मचारीयों को जो गुणात्मक फील्ड ट्रेनिंग का प्रशिक्षण मिलना चाहिए था उसमें कहीं ना कहीं कमी आई है। जिसका परिणाम उनके द्वारा निष्पादित संरक्षा कार्यो पर परिलक्षित होने की संभावना बनी हुई है। अतः इस पर भी मंडल रेलवे प्रशासन को ध्यान देना चाहिए।
उल्लेखनीय है, कि टाटानगर में मल्टी डिसीप्लिनरी ट्रेनिंग सेंटर बनाने की मांग ओबीसी रेलवे कर्मचारी संघ की एक बहुत पुरानी मांग थी, जिसे अब मूर्त रूप प्रदान किया जा रहा है।
निरीक्षण के दौरान निर्माण कार्य में लगे कर्मचारियों ने बताया कि कार्यस्थल में चोरी की समस्या एक बहुत बड़ी समस्या है। इस संबंध में कई बार लोकल थाना को भी रिपोर्ट किया गया है, परंतु आए दिन चोरी की घटनाएं घटित होती रहती है। रात के समय रहने वाले कर्मचारी भी अपने को आज असुरक्षित महसूस करते हैं। कुछ रेलवे कर्मचारियों ने बताया कि उपरोक्त मल्टी डिक्शनरी ट्रेनिंग सेंटर के सामने से गुजरने वाली सड़क पर भी रात में ड्यूटी आने जाने के क्रम में सामाजिक तत्वों के द्वारा रेल कर्मचारियों से बहुत बार लूटपाट करने का प्रयास किया गया है।
प्रसाद ने बताया कि मल्टी डिसीप्लिनरी ट्रेनिंग सेंटर के निर्माण कार्य की गति काफी धीमी है, इसे यथाशीघ्र समय पर पूरा करने का प्रयास करना चाहिए। प्रसाद ने बताया कि उक्त निरीक्षण रिपोर्ट को मंडल रेल प्रबंधक एवं मुख्य कार्मिक अधिकारी (प्रशासन) दक्षिण पूर्व रेलवे, गार्डनरीच कोलकाता को प्रेषित किया जाएगा। ताकि समय पर मल्टी डिसीप्लिनरी ट्रेनिंग सेंटर को मूर्ति रूप प्रदान कर अविलंब प्रशिक्षण प्रारंभ किया जा सके। निरीक्षण के दौरान ओबीसी रेलवे कर्मचारी संघ टाटानगर शाखा के कार्यकारी अध्यक्ष अर्जुन साव, मंडल रनिंग ब्रांच के सचिव आशीष कुमार गुप्ता, सहायक सचिव सत्येंद्र कुमार, विकाश राव, ट्रेजर जितेंद्र कुमार, विनोद कुमार गुप्ता एवं संतोष कुमार यादव भी उपस्थित थे।