फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर से कौमी सिख मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता कुलबिंदर सिंह ने सिखों की सिरमौर संस्था श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गढ़गज से अपील की है कि वह श्री गुरु गोविंद सिंह जी की जन्मस्थली श्री तख्त हरमंदिर जी पटना साहिब प्रबंधन कमेटी से सनातनी सिख का प्रतिनिधित्व खत्म कराएं।
वे संरक्षक सह जिला एवं सत्र न्यायाधीश पटना, प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष सरदार जगजोत सिंह सोही एवं महासचिव सरदार इंद्रजीत सिंह तथा जत्थेदार एवं हेड ग्रंथी ज्ञानी बलदेव सिंह से विचार विमर्श करें। कुलबिंदर सिंह ने रामगढ़िया सभा में जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गढ़गज के इस तर्क से सहमति जताई है कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी में सनातनी सिख नहीं बल्कि गुरु सिख का उल्लेख है।
वही कुलविंदर सिंह ने जमशेदपुर में सिखों की बीच एकता का आदेश जत्थेदार द्वारा दिए जाने का स्वागत किया लेकिन इसके साथ ही कहा कि दुष्कर्म का आरोपी कैसे नेतृत्व कर सकता है।
कुलविंदर सिंह ने रहत मर्यादा का जिक्र करते हुए कहा कि “पर बेटी को बेटी माने, पर स्त्री को मात बखाने”वाला ही गुरु सिख है तो फिर जिस व्यक्ति पर किसी महिला ने दुष्कर्म करने तथा अश्लील वीडियो बनाने का शिकायत वाद कोर्ट में दाखिल कर रखा है और मामला न्यायालय में है? वह गुरु सिख कैसे है? ऐसे आरोपी का नेतृत्व स्वीकार करने को मेरा जमीर गवाही नहीं देता है।
वही कुलविंदर सिंह ने जत्थेदार साहब को ईमेल कर आग्रह किया है कि भगवान सिंह को पद से इस्तीफा देने का आदेश जारी करें और सरदार शैलेंद्र सिंह के नेतृत्व में पांच मेंबरी कमेटी का गठन करें। जो श्री गुरु नानक देव जी एवं श्री गुरु गोविंद सिंह जी का प्रकाश पर्व मनाया तथा मार्च 2026 तक केंद्रीय कमेटी का नया प्रधान चुने की प्रक्रिया पूरी करे।