फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर में एनएसएस इकाई – 1, डी.बी.एम.एस. कॉलेज ऑफ़ एजूकेशन के द्वारा “भारत-पाकिस्तान विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस कार्यक्रम का आयोजन गुरुवार को किया गया. जब देश में बंटवारा हुआ तो बड़े पैमाने पर दंगे भड़कने के कारण लाखों लोग विस्थापित हुए और उनमें से कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी.
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर सभी एनएसएस इकाई 1 के सदस्यों ने कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें मंच संचालन अंकिता कुमारी और अनुप्रिया झा के द्वारा किया गया. 14 अगस्त के कार्यक्रम की शुरुआत छात्रा अमृता कौर के एक सुविचार के साथ प्रारंभ हुआ. रूपा कुमारी ने अपनी सुंदर कविता प्रस्तुत की जिसका शीर्षक “बंटवारें की आग”.
इंशा ने विभाजन दिवस को और स्पष्ट करने के अपने विचार प्रकट किए. लाखों परिवार अपने घर, अपना गाँव, अपनी मिट्टी छोड़ने पर मजबूर हुए. भाई-भाई से, दोस्त-दोस्त से बिछड़ गए. कई लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया.
विभाजन दिवस को वीडियो के माध्यम से ज्योति और निकिता ने प्रदर्शन किया. शिक्षिका अमृता चौधरी के टीम, प्रथम सेमेस्टर के छात्रों ने विभाजन दिवस के झलक को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से प्रस्तुत किया कि 14 अगस्त 1947 के दिन लोगों का जीवन किन भावनाओं की स्थिति के साथ गुजरा. इस नाटक में अर्पिता, आयुष, महिमा, नीलू, रीमा, सृष्टि, सिद्धि, अमृता, रोहित एवं रवि शामिल थे.
डी.बी.एम.एस कॉलेज ऑफ़ एजूकेशन की उप प्राचार्या डॉ मोनिका उप्पल अपने शब्दों में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर कहा कि हमें दूसरों का सम्मान करना चाहिए. हमें किसी को भी बिना जाने मूल्यांकन नहीं करना चाहिए. हमें उनके पीछे के सकारात्मक सोच को देखना चाहिए. उन्होंने कहा कि एक शिक्षक को कैसा होना चाहिए? और शिक्षकों को इतिहास को जानकर बच्चों को सकारात्मक चीजों को अपनाने के लिए प्रेरित करना चाहिए. शिक्षा ही वह मार्ग है जो हमें सफलता की ओर आगे बढ़ता है.
इसी के साथ सफल कार्यक्रम के समापन के बाद धन्यवाद के लिए तनुश्री शाह ने सबका हृदय से धन्यवाद ज्ञापन किया. कार्यक्रम की रुपरेखा एन एस एस प्रोग्राम ऑफिसर पूनम कुमारी ने तैयार की थी.
कार्यक्रम को सफल बनाने में कॉलेज की सचिव श्रीप्रिया धर्मराजन, सह सचिव सुधा दिलीप, प्राचार्या डॉ. जूही समर्पिता, उप प्राचार्या डॉ. मोनिका उप्पल एवं शिक्षक गण के साथ ही सहायक सहकर्मी ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.