फतेह लाइव, रिपोर्टर.

जमशेदपुर के मानगो बालीगुमा स्थित आशियाना सनसिटी सोसाइटी कार्यालय में बढ़ता विवाद अब हाथापाई और मारपीट तक पहुंच गया है. गुरुवार दोपहर 12 बजे के करीब जब सनसिटी की उपाध्यक्ष एक और सदस्य रिंकू राहा के साथ कार्यालय पहुंची, तो वहां पहले से ही मौजूद कंचन सिंह, निधि सिंह, निलेश सिंह, अरूण सिंह, आनंद प्रकाश, आदि मौजुद थे. उन्होंने कार्यालय में चेयर पर कब्जा कर लिया था. सुनंदा सिंह ने जब अपनी कुर्सी को खाली करने के लिए कंचन सिंह से कहा तो वो एवं निधि सिंह, अरूण सिंह एवं निलेश सिंह के कथित तौर पर उकसावे पर सुनंदा सिंह का गला पकड़कर गला घोंटने का प्रयास किया.

यह भी पढ़े : Dhanbad : मीरा मोहन धाम, शहरपुरा सिंदरी में होगा सप्त दिवसीय श्री श्री 108 लक्ष्मी नारायण महायज्ञ, राधा-कृष्ण प्राण प्रतिष्ठा एवं भागवत कथा का दिव्य आयोजन

घुटन महसूस करने पर किसी तरह धक्का देकर अपने आप को बचा पाई. उसके बाद कंचन सिंह ने सुनंदा सिंह के साथ धक्का मुक्की किया एवं चप्पल से मारने का प्रयास किया. अरुण सिंह एवं निलेश सिंह हमेशा उन दोनों महिलाओं को सुनंदा सिंह को खुब पिटाई कर सबक सिखाने के लिए बोल रहे थे. तब सुनंदा सिंह ने अपने आपको उन लोगों से बचाने के लिए कुर्सी एवं फाईल फेंककर किसी प्रकार अपना जान बचा पाई.

बाद में सुनंदा सिंह, अपने पति एवं कोलोनी के अन्य सदस्यों के साथ जब एमजीएम थाना गयी, तो ये लोग वहां पहले से ही उपस्थित थे. सुनंदा सिंह ने अपना आवेदन दिया एवं मेडिकल कराकर रिपोर्ट भी थाना में जमा किया. शिकायत देने के बाद भी एमजीएम थाना प्रभारी द्वारा केस दर्ज नहीं किया जा रहा और शिकायत की रिसीविंग भी नहीं दी गई. इससे सोसायटी के सदस्यों में रोष व्याप्त है.

सोसाइटी के लोग सहमे, थाना नहीं कर रहा कोई कार्रवाई

सोसायटी की महिला पदाधिकारी के साथ हुई मारपीट को लेकर वहां के निवासी सहमे हुए हैं. इस घटना के संदर्भ में शाम में आशियाना सनसिटी सोसाइटी की एक आपातकालीन जेनरल वाडी मीटिंग बुलाई गई, जिसमें इस घटना की भर्त्सना करते हुए मेंम्बर्स ने एक रिजोलुसन पास किया. मीटिंग में जब लोग आये तो पता चला कि अरूण सिंह ऑफिस एवं हॉल में ताला बंद करके चाभी अपने पास ले गये हैं. जब सिक्युरिटी ने चाभी के लिए फोन किया तो वो चाभी देने से मना कर दिया. बाद में सदस्यों के द्वारा इसकी सूचना पुलिस को दी गयी तो करीब एक घंटा के बाद पुलिस आई पर रुम और औफिस का ताला नहीं खोलवा पाई. बाद में जब सुनंदा सिंह के पति, डा. राना प्रवीण, को थाना से बुलाया गया तब जीबी मिटिंग चल रहा था. पूरी जेनरल वाडी थाना गयी, जहां पुलिस ने दोनों पक्षों से पूछताछ किया परंतु ऑफिसर इंचार्ज भी ऑफिस एवं हॉल में बंद ताला नहीं खोला सके, जबकि इसके संम्बन्ध में अलग से सनहा दिया गया. सभी घटनाक्रम को देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि पुलिस की भूमिका पारदर्शी नहीं है.

कार्यालय का ताला नहीं खुलने से आशियाना निवासियों को सेवा आपूर्ति में व्यवधान होने की पुरी संभावना है. इस घटना के बाद आशियाना निवासी डरे और सहमें हुए हैं, क्योंकि इस प्रकार की घटना किसी के भी साथ में लोग कर सकते हैं. इस मामले में सोसायटी के लोग को लेकर सोसायटी के निवासी आक्रोश में हैं और उनके आक्रोश को देखते हुए अंततः एमजीएम थाना प्रभारी के द्वारा आज मामले में प्राथमिकी दर्ज हुई है. एक सभ्य महिला के साथ हुई मारपीट की घटना को लेकर जिला के वरीय पुलिस अधिकारियों से मिलकर वहां शिकायत करने की तैयारी चल रही है.

Share.
© 2025 (ਫਤਿਹ ਲਾਈਵ) FatehLive.com. Designed by Forever Infotech.
Exit mobile version