अमृतसर के साथ ही केशगढ़ एवं तलवंडी की साबो को पवित्र सिटी का दर्जा
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर से क़ौमी सिख मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता कुलबिंदर सिंह ने कहा कि नवें गुरु तेग बहादुर जी का 350 वें बलिदान दिवस का व्यापक आयोजन कर प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी एवं आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने सिखों का दिल जीत लिया है। इस अधिवक्ता ने भाजपा के केंद्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तथा भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के प्रति आभार जताया है।
कुलविंदर सिंह के अनुसार गुरु तेग बहादुर हिंदू धर्म के रक्षक, मानवाधिकार तथा बहुलवादी संस्कृति के संरक्षण के पर्याय हैं और इन उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए अपने तीन शिष्यों भाई सती दास जी भाई मती दास जी और भाई दयाला जी के साथ साथ खुद का बलिदान देना पसंद किया, अपना धर्म संस्कृति नहीं छोड़ा और बादशाह औरंगजेब के दबाव पर मुस्लिम धर्म स्वीकार नहीं किया। प्रधानमंत्री एवं भाजपा ने कृतज्ञता जाहिर कर सिखों के मन मस्तिष्क को जीत लिया है। कभी किसी सिख ने कल्पना भी नहीं की होगी कि कोई गैर सिख प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी इस तरह से गुरु साहब एवं सिख धर्म के प्रति अपनी भावना को दर्शाएगा।
वहीं आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने सिखों की चिर परिचित पुरानी मांग को पूरा किया है। पिछले 60- 65 साल से सिख समुदाय दरबार साहब स्वर्ण मंदिर की पवित्रता के मद्देनजर पुराने अमृतसर शहर को पवित्र सिटी का दर्जा देने की मांग करता रहा है। कांग्रेस, अकाली दल एवं भाजपा की सरकार कई साल तक सत्ता में रही, लेकिन इसकी अनदेखी करती रही। मांगने वाले को कभी आतंकवादी और कभी राष्ट्र विरोधी बोला जाता रहा।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अमृतसर के साथ ही केशगढ़ एवं तलवंडी की साबो को पवित्र सिटी का दर्जा दिया है. जहां अब मांस, तंबाकू, शराब की बिक्री एवं सेवन पर प्रतिबंध रहेगा।
कुलविंदर सिंह के अनुसार यह विडंबना है कि झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने न तो राज्य सरकार के स्तर से कोई धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक आयोजन किया ना ही बलिदान दिवस पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की औपचारिकता ही पूरी की।

