फतेह लाइव, रिपोर्टर.
सुमन सिंह-राजस्व उप निरीक्षक जमशेदपुर अंचल के द्वारा किये गये कार्यों का जांच पड़ताल कराने तथा लंबित आवेदन के आधार पर निलंबन करने का अनुशंसा भेजने का अनुरोध डीसी से की गई है.
सुमन सिंह राजस्व उप निरीक्षक, जमशेदपुर अंचल में दिनांक 17 जुलाई से घाघीडीह मौजा, हल्का-2 में कार्यरत है, जबकि इनका पदस्थापन वर्ष 2023 में ही जमशेदपुर अंचल हुआ है. इनके पूर्व के क्रियाकलाप सहित दिनांक 17 जुलाई से अब तक घाघीडीह मौजा हल्का-2 के अन्तर्गत रहने वाले नागरिकों का विभिन्न प्रकार के आवेदनों पर अब तक क्या-क्या कार्रवाई हुई है। जांच-पड़ताल किया जाना विधिमान है, क्योकि सूत्र अनुसार सुमन सिंह द्वारा 17 जुलाई के बाद न तो वह अपने हल्का-2 के तहसील कार्यालय में उपस्थित रहती है और न ही जमशेदपुर अंचल में जन कल्याण के कार्यों में सहयोग करती है. इसके कारण जनकल्याण के कार्य प्रभावित होता है तथा मनमाने रूप से कार्य करने का मंशा में बढ़ोतरी होती है जो घोर अन्याय के परिभाषा में आता है.
सुमन सिंह-राजस्व उप निरीक्षक इसके पूर्व में सिंहभूम जिला अन्तर्गत जमशेदपुर अंचल सहित अन्य अंचल कार्यालय में राजस्व कर्मचारी के रूप में कार्यरत रही है. पिछले 6 वर्षों में विभिन्न अंचल कार्यालय में मुँह देखा-देखी एवं विशेष राजनीतिक दल के प्रभाव में रहकर घोर अन्याय करने के साथ निर्वाचन कार्य के कार्यों की स्वतंत्रता को भंग करती है तथा राजनीतिक दल के प्रभाव में खुलेआम यह कहा करती है कि उपायुक्त या अंचल अधिकारी मेरा क्या बिगाड़ लेगा, जिसे जहाँ जाना है जाय, मैं अपने मन के अनुसार कार्य करूँगी और जनता को मेरे बातों पर चलना होगा, जो राजतंत्र की स्वतंत्रता का अतिक्रमण कहा जाना कहा जा सकता है, जिस पर रोक लगाने हेतु प्रधान सचिव, भूमि सुधार विभाग, झारखण्ड सरकार को अनुशंसा पत्र भेजकर सुमन सिंह को दूसरे जिला में भेजने हेतु कष्ट किया जाए एवं जनकल्याण हित में इसे अति आवश्यक समझा जाए एवं की गई कार्रवाई की सूचना मुझे भी दिया जाए. बताया जाता है कि सुमन सिंह 2018 में सरकारी कार्य पर योगदान दिया है. इस बाबत पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमेटी आरआईटी विभाग के चेयरमैन कमलेश कुमार ने डीसी को पत्र लिखकर उचित कार्रवाई की मांग की है.