फतेह लाइव, रिपोर्टर.
16 नवंबर प्रातः लगभग 08:40 बजे, ट्रेन संख्या 08195 (टाटा-हटिया मेमो पैसेंजर) प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर मुरी रेलवे स्टेशन पर पहुँची। इसी दौरान आरपीएफ मुरी तथा मेरी सहेली टीम ने एक गर्भवती महिला को अचानक प्रसव पीड़ा में देखा। इसकी सूचना तत्काल सहायक चिकित्सा पदाधिकारी/मुरी को दी गई।
इसके बाद एसीएमएस/मुरी और उनकी टीम ने मौके पर पहुंचकर महिला को चिकित्सकीय सहायता दी। महिला की गंभीर स्थिति को ध्यान में रखते हुए, अधिकारियों और स्टाफ ने उसे स्ट्रेचर की मदद से स्टेशन से बाहर पहुंचाया और एंबुलेंस की व्यवस्था की तथा महिला को आरपीएफ एस्कॉर्ट के साथ सदर अस्पताल, सिल्ली ले जाया गया, जहां उसने एक सुरक्षित और स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया।
महिला आरती कुमारी ट्रेन संख्या 08195 (टाटा-हटिया मेमो पैसेंजर) से टाटानगर से चांडिल के लिए यात्रा कर रही थीं। प्रसव पीड़ा के कारण वह चांडिल स्टेशन पर नहीं उतर पाईं और मुरी पहुंच गईं। उन्होंने आरपीएफ/मुरी के एएसआई एस. बैठा, स्टाफ वी.के. रजक और महिला स्टाफ सिमरन कुमारी और स्वास्थ्य इकाई, मुरी का त्वरित और संवेदनशील सहायता के लिए आभार व्यक्त किया।
मातृशक्ति अभियान के तहत आरपीएफ/पोस्ट/मुरी की यह त्वरित और मानवीय पहल महिला यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता का उत्कृष्ट उदाहरण है। सनद रहे की आजकल आरपीएफ रांची के मंडल सुरक्षा आयुक्त, पवन कुमार द्वारा आरपीएफ को इस तरह के कार्यो के लिए आरपीएफ को हमेशा प्रोत्साहित किया जाता रहा है। इस प्रकार की घटनाएं यात्रियों के बीच रेलवे सेवाओं में विश्वास और भरोसा बढ़ाती हैं।